ISA का पुनः अध्यक्ष बना भारत: सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर एक और कदम, आशीष खाना होंगे महानिदेशक 


  2024-11-07 11:47:25



 

नई दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित भारत मंडपम में आयोजित इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) की 7वीं जनरल असेंबली में भारत को 2024-26 के लिए पुनः अध्यक्ष चुना गया है, जबकि फ्रांस को सह-अध्यक्ष चुना गया। यह पुनर्निर्वाचन भारत की सौर ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान का प्रमाण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ISA की इस उपलब्धि को वैश्विक सौर ऊर्जा क्रांति की दिशा में उठाया गया एक कदम बताया।

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ISA की 1000 रणनीति

अध्यक्ष बनने के बाद जोशी ने ISA की 1000 रणनीति का जिक्र किया, जिसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा समाधानों में $1,000 बिलियन का निवेश जुटाना है। उन्होंने कहा कि ISA सदस्य देशों के सहयोग से यह सौर ऊर्जा को विश्व के कोने-कोने में पहुंचाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण साबित होगा। ISA द्वारा तैयार की गई इस रणनीति के तहत 1,000 गीगावॉट सौर क्षमता स्थापित कर 1,000 मिलियन लोगों को ऊर्जा की पहुंच प्रदान करना और हर साल 1,000 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करना शामिल है।

प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना और STAR-C पहल

सौर ऊर्जा में कुशल जनशक्ति विकसित करने के उद्देश्य से ISA ने STAR-C (सोलर टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन रिसोर्स सेंटर) पहल को प्रारंभ किया है। भारत और फ्रांस की साझेदारी में बनाए गए ये प्रशिक्षण केंद्र विभिन्न देशों में स्थापित किए जा रहे हैं। वर्तमान में इथियोपिया, सोमालिया, घाना और बांग्लादेश जैसे देशों में ये केंद्र कार्यरत हैं, जहाँ हजारों पेशेवरों को सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया गया है। फ्रांस ने विशेष रूप से छोटे द्वीपीय देशों के लिए STAR-C कार्यक्रम में मदद करने की प्रतिबद्धता जताई है।

अल्पविकसित देशों के लिए डेमो प्रोजेक्ट्स

ISA ने सौर ऊर्जा के महत्व को दर्शाने और अल्पविकसित देशों (LDCs) तथा छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों (SIDS) की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए डेमो प्रोजेक्ट्स की पहल की है। इन परियोजनाओं के तहत 11 देशों जैसे भूटान, सेनेगल और टोंगा में विभिन्न सौर ऊर्जा प्रकल्प समर्पित किए गए हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य सौर तकनीक को लागू कर दिखाना और इन देशों में इसके प्रसार को प्रोत्साहित करना है।

आशीष खन्ना होंगे महानिदेशक  

ISA ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि हमें अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के नवनिर्वाचित महानिदेशक आशीष खन्ना का परिचय देते हुए खुशी हो रही है। अक्षय ऊर्जा में विशिष्ट पृष्ठभूमि और सतत विकास के लिए एक दृष्टिकोण के साथ, खन्ना अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और सौर ऊर्जा के लिए वैश्विक संक्रमण को गति देने के हमारे मिशन में हमारा नेतृत्व करेंगे।

ISA में भारत की भूमिका और वैश्विक भागीदारी

भारत ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्व स्थापित किया है और इसे और अधिक सशक्त बनाने के लिए ISA के सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने की योजना बनाई है। ISA द्वारा आयोजित इस सभा में आठ उपाध्यक्षों का चयन किया गया है, जो ISA के चार प्रमुख क्षेत्रों- अफ्रीका, एशिया-पैसिफिक, यूरोप, लैटिन अमेरिका एवं कैरिबियन से चुने गए हैं। इसके अलावा, ISA ने तीसरे निदेशक जनरल के रूप में आशिष खन्ना को नामांकित किया है, जो मार्च 2025 से कार्यभार ग्रहण करेंगे।

इस सभा में अन्य महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिसमें ISA की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की कार्य योजनाओं और Viability Gap Funding के दिशा-निर्देशों का समावेश था। भारत और फ्रांस के नेतृत्व में, ISA का उद्देश्य सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना और वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की आपूर्ति को स्थिर करना है। ISA की इस पहल से विश्व भर में सौर ऊर्जा की संभावनाओं को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है।


global news ADglobal news ADglobal news AD