कनाडा में मंदिर पर हमला: पीएम मोदी की तीखी प्रतिक्रिया, भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर सवाल
के कुमार आहूजा 2024-11-07 06:13:36
कनाडा में ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मोदी ने हमले की निंदा करते हुए इस प्रकार की घटनाओं को भारतीय संकल्प को कमज़ोर करने का असफल प्रयास बताया और कनाडा सरकार से त्वरित न्याय और कानून व्यवस्था बनाए रखने की मांग की है। सोशल मीडिया पर अपने बयान में मोदी ने कहा कि इस तरह की हिंसक घटनाओं से भारत का हौसला कम नहीं होगा, और उन्होंने कनाडाई सरकार से ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अन्य कनाडाई नेताओं ने भी इस घटना की आलोचना की, लेकिन किसी ने इसे खालिस्तानी तत्वों से जोड़ा नहीं। इस बीच, ट्रूडो की लिबरल पार्टी के सांसद चंद्रा आर्या ने खुलकर इसे खालिस्तानी चरमपंथियों की हरकत बताया, और कहा कि अब कनाडा में हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। आर्या ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि कैसे कनाडा में चरमपंथी ताकतों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे भारतीय मूल के नागरिकों का जीवन प्रभावित हो रहा है।
इस बीच, भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाया और अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कनाडाई सरकार से यह भी अपील की कि वो ऐसी घटनाओं में शामिल तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें। भारत के उच्चायोग द्वारा जारी बयान में यह भी कहा गया कि रविवार को ब्रैम्पटन में एक भारतीय वाणिज्यिक शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें पेंशन संबंधी प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे थे। यह शिविर खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों की हिंसक बाधा का सामना करने के बावजूद सफलतापूर्वक पूरा हुआ, जिसमें 1,000 से अधिक आवेदकों को प्रमाणपत्र जारी किए गए।
इस हमले से भारत-कनाडा के पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और खटास आई है। ट्रूडो सरकार की खालिस्तानी चरमपंथियों को कथित तौर पर संरक्षण देने को लेकर पहले से ही भारत नाराजगी जताता रहा है। इस घटनाक्रम के बाद कनाडा के हिंदू संगठनों ने भी अपने मंदिरों को राजनैतिक आयोजनों के लिए प्रयोग न होने देने की घोषणा की है, जब तक कि नेताओं द्वारा खालिस्तानी उग्रवाद को नियंत्रित करने के ठोस प्रयास नहीं किए जाते।
कनाडा के हिंदू समुदाय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मंदिरों में बढ़ती हिंसक घटनाओं ने समुदाय के मन में असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। साथ ही यह भी कहा गया कि कनाडाई राजनीतिक नेतृत्व को ऐसी घटनाओं की गंभीरता को समझते हुए उचित कदम उठाने चाहिए।
इस पूरी घटना ने भारत-कनाडा के रिश्तों में एक बार फिर से तनाव ला दिया है। भारत ने इसे अपने समुदाय की सुरक्षा का प्रश्न बताते हुए इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कनाडा की प्रतिक्रिया पर नजर बनाए हुए है।