साल भर से लापता महिला का चला पता, जेल में बंद बेगुनाह भाई होंगे रिहा
के कुमार आहूजा 2024-11-06 08:16:26
कानपुर की इस कहानी में हैरान करने वाले मोड़ तब आए जब एक साल से लापता महिला मिली, जिसके लापता होने के शक में उसके दो निर्दोष भाई महीनों से जेल में सजा काट रहे हैं। एक ओर महिला का दावा है कि वह पति की प्रताड़ना से भागी थी, तो दूसरी ओर भाई उसकी वजह से जेल में बंद हैं।
कानपुर पुलिस ने सोमवार को 30 वर्षीय महिला, रेखा, को ढूंढ निकाला, जो पिछले साल मई से अपने तीन बच्चों के साथ लापता थी। महिला के गायब होने पर उसके पति श्याम अग्निहोत्री ने किडनैपिंग की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके चलते रेखा के दो भाइयों, अशोक दुबे और राजू दुबे को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस की लंबी जांच के बाद यह मामला अब उस वक्त नया मोड़ ले चुका है, जब महिला खुद सुरक्षित पाई गई है।
रेखा ने पुलिस को बताया कि पति की कथित मारपीट और शराब के नशे में उसकी प्रताड़ना से परेशान होकर वह अपने तीन बच्चों सहित घर से निकल गई थी। उसने यह भी कहा कि वह इस दौरान जगह-जगह जाकर काम करती रही और अंत में कानपुर देहात के रानिया इलाके में एक फैक्ट्री में काम करने लगी। उसका दावा है कि उसे इस बात का अंदाज़ा ही नहीं था कि उसके लापता होने के कारण उसके दोनों भाई जेल में बंद हैं।
मामले में नया विकास तब हुआ, जब एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस रानिया पहुँची और महिला को पहचान कर अदालत में पेश किया। कोर्ट में महिला का बयान दर्ज हुआ, जिसमें उसने अपने भाईयों की निर्दोषता का दावा किया। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी), राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट में अब उन दोनों भाइयों की रिहाई के लिए आवेदन दायर किया जाएगा।
रेखा के गायब होने के बाद, जब पुलिस ने उसे ढूंढने में असफलता दिखाई, तो श्याम अग्निहोत्री ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और एक हैबियस कॉर्पस याचिका दायर की, जो अभी भी विचाराधीन है। इसके बाद अदालत के निर्देश पर पुलिस ने महिला के परिजनों, विशेषकर उसके भाईयों के खिलाफ किडनैपिंग का मामला दर्ज किया था।
इस मामले में अगस्त में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रेखा के दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया था, और अब तक वे जेल में ही बंद थे। डीसीपी राजेश सिंह ने बताया कि रेखा और उसके पति श्याम को उच्च न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां इस केस की आगे की सुनवाई होगी। डीसीपी ने यह भी कहा कि अगर रेखा अपने पति पर प्रताड़ना का मामला दर्ज कराना चाहती है, तो पुलिस पूरी कानूनी सहायता उपलब्ध कराएगी।
महिला ने अपने बयान में खुलासा किया कि वह पति के उत्पीड़न से परेशान थी, इसीलिए बच्चों को लेकर घर से निकल गई थी। उसने बताया कि अपने पति के नशे में हिंसक व्यवहार के कारण उसे ऐसा कदम उठाना पड़ा। मामले में पुलिस का कहना है कि उच्च न्यायालय में महिला का बयान उसकी स्थिति को स्पष्ट करने में मदद करेगा और अगर वह अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराती है, तो पुलिस इसमें कार्रवाई करेगी।
कानपुर के इस मामले ने पुलिस की जांच प्रक्रिया और परिवार की गंभीर स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। वर्षों तक केस फाइलें चलाने के बाद, कानपुर पुलिस ने पुनः जांच के आदेश दिए और सक्रियता दिखाई। पुलिस की एक विशेष टीम ने रेखा का पता लगाने में सफलता प्राप्त की, जिससे अब उसके भाइयों के साथ हो रहे अन्याय को खत्म किया जा सकेगा।
यह मामला न केवल कानूनी प्रक्रिया बल्कि परिवार के रिश्तों में हुए दरार और महिला सुरक्षा के जटिल मुद्दों को भी उजागर करता है।