लाहौर में वायु प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने पर पाकिस्तान के मंत्री ने भारत को जिम्मेदार ठहराया
के कुमार आहूजा 2024-11-06 07:15:04
लाहौर, पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर, इस समय एक गंभीर वायु प्रदूषण संकट का सामना कर रहा है। यहां की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचकर 2000 के करीब जा पहुंचा है। इसके कारण शहर और उसके आसपास की जनसंख्या एक मोटी धुंध में सांस लेने को मजबूर हो गई है। इस बीच, पाकिस्तान के मंत्री ने भारत को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया है। आइए जानते हैं इस संकट की पूरी कहानी।
लाहौर में प्रदूषण की स्थिति
पाकिस्तान के लाहौर शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक ने एक नई ऊंचाई हासिल की है, जिससे यह दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में पहले स्थान पर पहुंच गया है। हाल ही में रिकॉर्ड किए गए AQI स्तर ने 1,067 का आंकड़ा छू लिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, स्वस्थ रहने के लिए AQI 0 से 50 के बीच होना चाहिए, जबकि लाहौर में प्रदूषक स्तर 40 गुना से अधिक बढ़ चुका है। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि शिक्षा और निर्माण कार्य पर भी असर डाल रही है।
पाकिस्तान के मंत्रियों के बयान
पंजाब प्रांत की मंत्री मरियम औरंगजेब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस प्रदूषण समस्या का समाधान भारत के साथ वार्ता के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, "हमें भारत के साथ बातचीत करनी होगी, ताकि हम प्रदूषण के मुद्दे का सामना कर सकें।" इसके साथ ही उन्होंने लाहौर वासियों से आग्रह किया कि वे अनावश्यक यात्रा को सीमित करें और अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
पंजाब के एक अन्य अधिकारी राजा जहांगीर अनवर ने भारत में पराली जलाने को प्रदूषण का "बड़ा सिरदर्द" बताया। उनका यह बयान भारत के प्रदूषण को पाकिस्तान में बढ़ते प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराता है।
अभिनेता-अभिनेता की आवाज़
इस बीच, अभिनेता और गायक अली जफर ने भी इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "लाहौर/पंजाब का AQI 2000 के करीब पहुंचना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट है—यह एक मौत का जाल है जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। दोनों देशों के अधिकारियों को तुरंत और समन्वित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जीवन की रक्षा हो सके।"
शिक्षा और निर्माण पर प्रभाव
इस भयानक वायु गुणवत्ता ने पाकिस्तानी अधिकारियों को प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद करने और कुछ क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर कर दिया है। यह प्रदूषण समस्या न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि इसके दूरगामी प्रभाव भी होंगे।
वायु प्रदूषण के मामले में पाकिस्तान को भारत के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। प्रदूषण की समस्या का समाधान वार्ता और समन्वित प्रयासों के माध्यम से ही संभव है। लाहौर की मौजूदा स्थिति हमें यह याद दिलाती है कि हमें अपने पर्यावरण की रक्षा करने के लिए सजग रहना होगा।