ओडिशा में 60 हाथियों की असामान्य मौत पर विस्तृत जांच के आदेश


के कुमार आहूजा  2024-11-05 14:40:43



 

ओडिशा सरकार ने हाल ही में राज्य में 60 हाथियों की असामान्य मौत के मामलों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। वन मंत्री गणेश राम सिंघकुंटिया ने मामले की विस्तार से जांच के लिए विशेष टीम का गठन करने का निर्देश दिया है।

वन विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में

पिछले कुछ समय से ओडिशा के विभिन्न जिलों में हाथियों की असामान्य मौतों की घटनाओं ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन मंत्री गणेश राम सिंघकुंटिया ने राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) सत्यब्रत साहू को मामले की गहन जांच का आदेश दिया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। राज्य सरकार ने वन अधिकारियों को एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों​।

हाथियों की मौत का पैटर्न और वन विभाग की नाकामी

हाथियों की असामान्य मौतों में करंट से मौत, ट्रेनों की टक्कर और शिकार जैसे कई कारणों का संदेह है। इससे पहले भी राज्य में कई हाथियों की मौतों के मामले सामने आए हैं, जिनमें कई बार शवों से हाथी के दांत गायब पाए गए हैं। कुछ मामलों में कवर-अप की संभावना भी बताई जा रही है। इसके चलते, एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) में भी वन विभाग की नाकामी पर सवाल उठाए गए हैं। पर्यावरणविदों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्य के वन विभाग ने हाथियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए हैं​।

जांच के दायरे में वन अधिकारियों की भूमिका

वन विभाग के अधिकारी पहले से ही हाथियों की सुरक्षा और उनके संरक्षण पर सवालों के घेरे में हैं। मंत्री सिंघकुंटिया ने आदेश दिया है कि वन विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं और हाथियों की मौत के मामलों में पारदर्शिता बनाए रखें। इस जांच का उद्देश्य विभाग की कार्यप्रणाली की गहराई से जांच करना और लापरवाही के कारणों की पहचान करना है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें​।

वन्यजीव संरक्षण के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत

ओडिशा में हाथियों की असामान्य मौतों का मामला वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती बन गया है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हाथियों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएं, जिसमें बिजली के तारों की सुरक्षा और ट्रेनों के साथ होने वाली टक्करों को रोकने के उपाय शामिल हैं। यह घटनाएं राज्य में हाथी संरक्षण के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करती हैं और अधिकारियों को हाथियों के संरक्षण में जिम्मेदारी निभाने की याद दिलाती हैं।

ओडिशा सरकार की यह पहल देश भर में वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।


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