उत्तर प्रदेश के सपूत की शहादत: आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुआ वीर जवान
2024-11-05 08:15:42
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए भारतीय सेना के जवान की शहादत ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। लांस नाइक विवेक देशवाल की शहादत ने उनके परिवार में एक बड़ा खालीपन छोड़ दिया है, जबकि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
घटनाक्रम:
विवेक देशवाल के परिवार ने बताया कि शनिवार को उन्हें सेना से फोन आया, जिसमें उनके शहीद होने की सूचना दी गई। विवेक की चाची नरेंद्र देशवाल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, "शनिवार की रात 10 बजे सेना के अधिकारियों ने हमें इसकी सूचना दी। हम उनकी कॉल का इंतज़ार कर रहे थे क्योंकि उन्होंने गोवर्धन पूजा के समय कॉल करने की बात कही थी।" लेकिन बदले में उन्हें शहादत की खबर मिली।
मुठभेड़ की जानकारी:
परिवार को बताया गया कि विवेक को छह गोलियाँ लगी थीं और वह शनिवार रात को शहीद हुए। शहीद जवान का शव रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने की जानकारी दी गई थी, उसके बाद उसे उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा। विवेक की पत्नी इस दुखद समाचार को सुनकर बेहोश हो गईं।
सेना में सेवा:
विवेक ने 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और पिछले छह वर्षों से जम्मू और कश्मीर में 28 AAD के लांस नाइक के रूप में तैनात थे। उनके परिवार में पिता, पत्नी और दो बच्चे शामिल हैं - एक पांच वर्षीय पुत्र और तीन वर्षीय पुत्री। उनकी माँ इस वर्ष अप्रैल में बीमारी के कारण चल बसी थीं।
परिवार की भावनाएँ:
परिवार के सदस्यों का कहना है कि विवेक ने दिवाली पर परिवार के साथ वीडियो कॉल के माध्यम से पूजा में भाग लिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि वह गोवर्धन पूजा पर रात को फोन करेंगे, लेकिन दुखदाई समाचार ने उनके सभी सपनों को चूर-चूर कर दिया।
इस प्रकार की शहादत न केवल हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह उन परिवारों के लिए एक कठिन समय है जो अपने प्रियजनों को खो देते हैं। विवेक देशवाल की शहादत एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि हमारे जवानों अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा करते हैं।