निफ्टी में तेजी के साथ सम्वत 2080 का समापन, स्विगी इन्वेस्टर्स को बड़ी सौगात और धीमी होती शहरी मांग
के कुमार आहूजा 2024-11-03 19:03:42
भारतीय शेयर बाजार में सम्वत 2080 का समापन उल्लेखनीय बढ़त के साथ हुआ, जिसमें निफ्टी ने करीब 25% की वृद्धि दर्ज की। वित्तीय समाचार और डेटा आधारित रिपोर्टों के माध्यम से इस सप्ताह कई अहम आर्थिक संकेत सामने आए हैं। साथ ही, स्विगी के शुरुआती निवेशकों के लिए आगामी पब्लिक लिस्टिंग में मुनाफे की उम्मीद है, और चेन्नई एवं बेंगलुरु के व्यवसाय प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत सबसे अधिक इंटर्नशिप प्रदान कर रहे हैं। यह जानकारी Plain Facts की ताज़ा रिपोर्ट में प्रकाशित की गई है, जो हर शुक्रवार को Mint द्वारा साप्ताहिक रूप से डेटा-आधारित अंतर्दृष्टि प्रकाशित करती है।
निफ्टी में 25% वृद्धि, सम्वत 2080 का शानदार समापन
इस सप्ताह की Plain Facts रिपोर्ट के अनुसार, सम्वत 2080 के समापन पर भारतीय शेयर बाजार में निफ्टी ने 25% की महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ एक मजबूत प्रदर्शन दर्ज किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और मजबूत निवेश माहौल का प्रतीक है। निवेशकों ने इस तेजी को भारतीय बाजारों में दीर्घकालिक अवसरों की पुष्टि के रूप में देखा है। Mint की रिपोर्ट के अनुसार, इस बढ़त ने निवेशकों के विश्वास को और मजबूत किया है, जिससे अगले वित्तीय वर्ष के लिए सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
क्या है सम्वत 2080?
इस संदर्भ में, "संवत 2080" दिवाली 2023 से दिवाली 2024 तक ग्रेगोरियन अवधि के अनुरूप हिंदू वित्तीय वर्ष को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, निफ्टी 50 सूचकांक, जो कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) में सूचीबद्ध 50 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है, ने प्रभावशाली प्रदर्शन दर्ज किया, जो कि संवत 2080 से पहले की अवधि में लगभग 25% बढ़ा। यह महत्वपूर्ण लाभ दिवाली-से-दिवाली ट्रेडिंग परंपरा के हिस्से के रूप में भारतीय शेयर बाजारों में निवेशक आशावाद और मजबूत वृद्धि को दर्शाता है, जिसे "मुहूर्त ट्रेडिंग" के रूप में भी जाना जाता है।
शहरी मांग में गिरावट पर वित्त मंत्रालय की चिंता
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी की गई मासिक आर्थिक समीक्षा में, शहरी मांग में धीमी वृद्धि पर चिंता जताई गई है। रिपोर्ट में यह संकेत दिया गया है कि शहरी क्षेत्रों में खर्च करने की क्षमता में कमी आ रही है, जिससे कुल मांग में गिरावट हो सकती है। इस रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि उपभोक्ता मांग को बढ़ाने के लिए और उपाय किए जा सकते हैं ताकि आर्थिक गतिविधियों में स्थिरता लाई जा सके। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शहरी मांग में इस गिरावट का संभावित कारण मुद्रास्फीति का दबाव और रोज़मर्रा की वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी है।
स्विगी की पब्लिक लिस्टिंग से शुरुआती निवेशकों को फायदा
स्विगी के शुरुआती निवेशकों के लिए खुशखबरी है क्योंकि कंपनी जल्द ही अपनी पब्लिक लिस्टिंग के लिए तैयार है। Economic Times की रिपोर्ट के अनुसार, इस लिस्टिंग के जरिए स्विगी के शुरुआती निवेशकों को बड़े मुनाफे की उम्मीद है। Swiggy ने भारत के फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स सेक्टर में एक प्रमुख स्थान बना लिया है, और इसके तेजी से बढ़ते यूज़र बेस तथा डिजिटल कॉमर्स की बढ़ती मांग ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत किया है। इस लिस्टिंग के साथ, स्विगी भारतीय स्टार्टअप्स में अपनी सशक्त स्थिति को और मजबूती देने का प्रयास कर रही है।
PM इंटर्नशिप योजना में चेन्नई और बेंगलुरु सबसे आगे
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत चेन्नई और बेंगलुरु के व्यवसाय सबसे अधिक इंटर्नशिप प्रदान कर रहे हैं, जिससे युवाओं को अनुभव प्राप्त करने और अपने करियर को संवारने का मौका मिल रहा है। Mint की Plain Facts रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों शहरों में टेक्नोलॉजी और आईटी सेक्टर में अधिकतम इंटर्नशिप प्रदान की जा रही हैं। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना और उनके कौशल विकास में योगदान करना है।