छठ पूजा पर संकट: हाजीपुर का चिनिया केला विलुप्ति की कगार पर, बाहरी स्रोतों से हो रही पूर्ति
के कुमार आहूजा 2024-11-03 10:40:37
बिहार के हाजीपुर का प्रसिद्ध चिनिया केला, जो अपने स्वाद और लंबी शेल्फ लाइफ के लिए जाना जाता है, इस छठ पूजा पर दुर्लभ होता दिख रहा है। प्राकृतिक आपदाओं और कम उत्पादन के चलते चिनिया केले की मांग का मात्र 10% ही स्थानीय किसानों द्वारा पूरा हो पा रहा है, बाकी केले बाहर से लाने पड़ रहे हैं। छठ पूजा की तैयारियों के बीच इस कमी ने उपभोक्ताओं और किसानों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पादन में गिरावट
हाजीपुर के चिनिया केले की खेती पिछले कुछ वर्षों में भारी समस्याओं का सामना कर रही है। एक स्थानीय किसान ने बताया कि पिछले दो सालों से स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा, "केले की स्थिति इस बार बहुत गंभीर है। मेहनत से उगाए गए केले बर्बाद हो जाते हैं। बारिश और तूफानों के कारण फसल को भारी नुकसान हुआ है। जहां पहले एक बिघा में अच्छी मात्रा में उत्पादन होता था, अब पांच कठा में भी गिनती के केले ही होते हैं।" भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण केले की फसलें नष्ट हो जाती हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
चिनिया केले की खासियत और संकट
चिनिया केला अपनी मिठास और पोषक तत्वों के लिए खासा लोकप्रिय है। इसकी शेल्फ लाइफ लंबी होती है, जिसके कारण यह केले बिहार के बाहर भी अपनी मांग बनाए रखता है। छठ पूजा में विशेष तौर पर इस केले का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि इसे श्रद्धालु कई दिनों तक भोग के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। लेकिन कम उत्पादन के चलते इस साल यह पूजा में पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं हो पाएगा। स्थानीय बाजार में चिनिया केले की कमी से इसके दामों में भी इज़ाफा देखने को मिल सकता है।
बाहरी स्रोतों से पूर्ति की कोशिशें
कमी को पूरा करने के लिए स्थानीय बाजारों में बाहरी इलाकों से केले मंगाए जा रहे हैं। लेकिन छठ पूजा के दौरान स्थानीय चिनिया केले की मांग और उसकी मिठास के कारण बाहरी केले स्थानीय उपभोक्ताओं की संतुष्टि पर खरे नहीं उतरते। हाजीपुर का चिनिया केला छठ पूजा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, और इसकी जगह बाहरी केले ले पाना मुश्किल है। हालांकि, बाहर से लाए गए केले से कुछ हद तक आपूर्ति में सहायता मिल रही है, लेकिन स्थानीय लोग इसे पर्याप्त नहीं मान रहे हैं।
किसानों की दिक्कतें और समर्थन की कमी
हाजीपुर के किसान प्राकृतिक आपदाओं और बदलते मौसम से अपनी फसल को बचाने में असमर्थ हो रहे हैं। उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक मदद या सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी समस्याएं और बढ़ रही हैं। किसानों का कहना है कि यदि इस स्थिति पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो हाजीपुर का प्रसिद्ध चिनिया केला विलुप्ति की कगार पर आ जाएगा। यह केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि छठ पूजा की सांस्कृतिक धरोहर के लिए भी एक बड़ी क्षति होगी।
छठ पूजा के करीब आने के साथ चिनिया केले की कमी एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। हाजीपुर के किसानों की मेहनत और उनकी फसल की विशेषता को देखते हुए सरकार और स्थानीय प्रशासन को इनके संरक्षण की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। अन्यथा, चिनिया केले की यह दुर्लभता भविष्य में स्थायी रूप से इस विशेष फल के उत्पादन को खतरे में डाल सकती है।