दादा-पोतों का एक साथ अंतिम संस्कार, गांव में छाई शोक की लहर
के कुमार आहूजा 2024-11-02 20:42:22
भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र के नगला बंडा गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। गुरुवार को नदी में डूबने से एक बुजुर्ग और उसके दो पोतों की मौत हो गई। 30 घंटे की तलाशी के बाद शुक्रवार को तीसरे शव के मिलने पर तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया, जिसे देख गांव के सैकड़ों लोगों की आंखें नम हो गईं और पूरे गांव ने दीपावली न मनाने का निर्णय लिया।
दादा-पोतों की नदी में डूबने से मौत
गुरुवार को नगला बंडा निवासी 60 वर्षीय विश्राम सिंह गुर्जर अपने दो पोते, अंकित (7) और योगेश (14) के साथ बकरी चराने के लिए गए थे। उसी दौरान सभी लोग गंभीरी नदी में डूब गए। इस त्रासदी की खबर मिलते ही बयाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने तेजी से खोज अभियान चलाया। कई घंटे के बाद बुजुर्ग और एक पोते का शव बरामद हुआ, लेकिन अंकित का शव अगले दिन शुक्रवार को मिला।
अंतिम विदाई के दृश्य ने सबको भावुक किया
शुक्रवार दोपहर में जब तीनों शवों का पोस्टमार्टम कर वापस गांव लाया गया, तो एक ही चिता पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। अंतिम विदाई के इस दृश्य ने हर किसी की आंखों को नम कर दिया। परिजनों के साथ-साथ गांव के सभी लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। दुखद घटना की वजह से पूरे गांव में चूल्हे भी नहीं जले और दीपावली की खुशियां मातम में बदल गईं।
नदी में डूबने की बढ़ती घटनाएं
इस घटना ने प्रशासन और स्थानीय लोगों का ध्यान जिले में बढ़ती जलाशय दुर्घटनाओं की ओर आकर्षित किया है। पिछले दो महीनों में ही भरतपुर में नदी, तालाब और झरनों में डूबने से करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। प्रशासन और समाज के लिए यह आवश्यक है कि इन घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपाय किए जाएं।