कोटा संभाग में दीपावली पर पटाखों से जलने के सैकड़ों मामले, कई अस्पताल में भर्ती


के कुमार आहूजा  2024-11-02 20:39:42



 

दीपावली का त्योहार जहां रोशनी और खुशियां लाया, वहीं कोटा संभाग में इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ी। आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष आतिशबाजी में संभाग में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए खर्च हुए। इसी के साथ, पटाखों से 100 से अधिक लोग झुलस गए, जिनमें से ज्यादातर की आंखों या चेहरे पर चोटें आई हैं। कोटा मेडिकल कॉलेज के एमबीएस अस्पताल सहित अन्य निजी और जिला अस्पतालों में इन मरीजों का इलाज किया गया।

कोटा मेडिकल कॉलेज में झुलसने के मामलों की संख्या में वृद्धि

कोटा मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज देवेंदा ने बताया कि दीपावली के दौरान पटाखों से झुलसने के लगभग 10 मामले सामने आए। इनमें अधिकांश युवा और बच्चे हैं जिनके चेहरे और हाथों पर गंभीर चोटें आईं हैं। सबसे ज्यादा मामले अनार, चकरी और बम जलाते समय झुलसने के हैं।

अस्पतालों में गंभीर मामलों की संख्या

एमबीएस अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में लगभग 30 मरीज झुलसने के कारण पहुंचे, जिनमें से एक 11 वर्षीय बालिका को गंभीर हालत में भर्ती किया गया। यह बालिका अपने घर के आंगन में सो रही थी, जब अचानक एक पटाखा उसकी छाती पर आ गिरा, जिससे उसकी छाती और पेट झुलस गए। बारां जिले से कोटा रेफर किए गए इस मामले ने सभी को झकझोर दिया है।

पटाखों के कारण झुलसे बच्चों की संख्या में इजाफा

इस वर्ष दीपावली पर झुलसने के मामले पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहे। डॉक्टरों के अनुसार, अधिकांश बच्चे अनार और चकरी चलाने के दौरान झुलसे हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। अस्पतालों ने ऐसे मामलों से निपटने के लिए अतिरिक्त स्टाफ और आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की थी, लेकिन मामलों की बड़ी संख्या ने अस्पतालों पर दबाव बढ़ा दिया।


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