अनीता चौधरी हत्याकांड में चौंकाने वाले खुलासे: पति ने बताया- गुमशुदगी के बाद शव मिलने से पहले ही लगे थे गंभीर आरोप
के कुमार आहूजा 2024-11-02 09:32:21
राजस्थान के जोधपुर में अनीता चौधरी की गुमशुदगी और बाद में हत्या के मामले ने स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है। अनीता चौधरी, जो एक ब्यूटी पार्लर चलाती थीं, 27 अक्टूबर को अपने घर से गायब हुईं। उनके पति मनमोहन ने 30 अक्टूबर को पुलिस को बताया कि अनीता का शव गंगाणा क्षेत्र में एक गड्ढे में छिपाया गया था, जहां शव को टुकड़ों में दफनाया गया था। यह घटना न केवल अपराध के प्रति लोगों की चिंताओं को बढ़ाती है, बल्कि महिला सुरक्षा के मुद्दों पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है।
गुमशुदगी की रिपोर्ट और शव बरामदगी
अनीता की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिवार ने 27 अक्टूबर को सरदारपुरा थाने में दर्ज करवाई। 30 अक्टूबर को पुलिस ने गंगाणा क्षेत्र में मिट्टी के नीचे अनीता का शव बरामद किया। हत्या के बाद उसके शव को छह टुकड़ों में काटकर 10 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया गया था। पुलिस ने जेसीबी की मदद से शव को बाहर निकाला, और इस जघन्य हत्या में गुलामुद्दीन नाम के एक संदिग्ध की पहचान की गई है, जो अनीता के ब्यूटी पार्लर के सामने दुकान चलाता थान और परिवार का बयान
अनीता के पति मनमोहन ने पुलिस को जानकारी दी कि उनकी पत्नी 27 अक्टूबर को दोपहर के समय अपने भाई के घर खाना बनाने गई थीं। उसके बाद वह अपने ब्यूटी पार्लर गईं, जहां से उन्हें गुलामुद्दीन के साथ देखा गया था। मनमोहन ने कहा कि गुलामुद्दीन ने अनीता को अपने घर ले जाकर उनकी हत्या की। यह जानकारी अनीता की हत्या के तीन दिन बाद उसकी पत्नी ने पुलिस को दी, जब उसने बताया कि अनीता के शव को दफनाया गया है ।
हत्या की आशंका
मनमोहन के अनुसार, 29 अक्टूबर को अनीता के पार्लर में काम करने वाली सुनिता सेन ने उसे फोन किया और कहा कि उसे अनीता के साथ बुरा होने का संदेह है। सुनिता ने यह भी कहा कि उसे जान का खतरा है और उसने कुछ बड़े नामों का जिक्र किया। इस फोन कॉल ने मनमोहन को और चिंतित कर दिया था, और उन्होंने इस बारे में पुलिस को अवगत कराया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने गुलामुद्दीन की पत्नी को हिरासत में लिया है, जिसने अनीता का शव दफनाने के स्थान की जानकारी दी। पुलिस ने अनीता के शव को बरामद करने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कई जांचें शुरू की हैं और गुलामुद्दीन की तलाश कर रही है, जो अब फरार है ।
यह मामला न केवल एक गंभीर अपं महिला सुरक्षा और अपराध की बढ़ती घटनाओं पर भी प्रकाश डालता है। अनीता चौधरी की हत्या ने एक बार फिर से उन सभी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जो अपने कार्यों में स्वाधीनता से आगे बढ़ रही हैं।
जोधपुर की इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों को बल्कि पूरे राज्य को झकझोर दिया है। अनीता चौधरी की हत्या ने उन मुद्दों को उजागर किया है जो महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को चुनौती देते हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में आगे कैसे बढ़ती है और क्या गुलामुद्दीन को पकड़ने में सफल हो पाती है।