साकीनाका बलात्कार केस में दोषी को सजा-ए-मौत, ACP ज्योत्सना रसम को मिला केन्द्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक
के कुमार आहूजा 2024-11-02 07:32:33
मुंबई के साकीनाका इलाके में सितंबर 2021 में हुए अमानवीय बलात्कार और हत्या के मामले ने देशभर में गहरी संवेदना और आक्रोश को जन्म दिया था। खैरानी रोड पर एक 32 वर्षीय महिला के साथ एक टेम्पो में हुए इस अपराध की जांच का नेतृत्व मुंबई पुलिस के पायधोनी डिवीजन की सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) ज्योत्सना रसम ने किया था। अपने सटीक और कुशल जांच के लिए, ACP रसम को वर्ष 2024 के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक से सम्मानित किया गया है, जो कि हर साल विशेष मामलों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है।
घटना का विवरण और तत्परता से जांच
10 सितंबर, 2021 की रात को यह घटना घटित हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति ने महिला के साथ बलात्कार किया और उसे अत्यंत गंभीर चोटें पहुंचाई। महिला को राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 33 घंटे के संघर्ष के बाद उनकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद ACP रसम ने एक विशेष जांच दल का गठन किया और 18 दिनों में 345 पन्नों का चार्जशीट तैयार किया गया। उन्होंने 77 गवाहों के बयान लिए और मेडिकल रिपोर्ट्स, फॉरेंसिक साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधी को दोषी सिद्ध करने में सफलता पाई।
सजा-ए-मौत का निर्णय और ACP रसम की भूमिका
इस केस में विशेष सत्र न्यायालय ने आरोपित को सजा-ए-मौत सुनाई। इस मामले में ACP ज्योत्सना रसम की नेतृत्व में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक जांच, और अन्य पुख्ता सबूतों को प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर अभियुक्त पर मौत की सजा का फैसला हुआ। मामले में मुंबई पुलिस की तेज़ी और ACP रसम के दृढ़ संकल्प से इसे तेजी से अंजाम तक पहुंचाया गया। इस सजा के बाद ACP रसम ने बयान दिया कि यह सम्मान उनकी टीम का है, और वे इस न्याय के लिए अपने सहयोगियों का धन्यवाद करती हैं।
महिला सुरक्षा पर बढ़ती जागरूकता
इस दर्दनाक घटना के बाद, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मुंबई में कई सवाल उठे और इसने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी लोगों का ध्यान खींचा। इस कृत्य के प्रति व्यापक जनाक्रोश के चलते, राज्य सरकार और पुलिस पर महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का दबाव भी बढ़ा। साकीनाका केस के दौरान उठाए गए कदम और ACP ज्योत्सना रसम की निष्पक्ष कार्यशैली महिला अधिकारों के प्रति पुलिस की जिम्मेदारी को रेखांकित करती है।
साकीनाका केस में ACP ज्योत्सना रसम द्वारा की गई जांच और उनके नेतृत्व में मिली इस सफलता ने पुलिस विभाग के प्रति समाज में विश्वास बढ़ाया है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय दक्षता पदक का यह सम्मान केवल ACP रसम के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे पुलिस बल के लिए गर्व का विषय है, जो कानून के प्रति उनकी निष्ठा और कर्तव्यपरायणता को दर्शाता है।