खारकीव पर रूसी बमबारी: बच्चों समेत कई नागरिकों की मौत, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की विश्व से अपील
के कुमार आहूजा 2024-11-01 10:46:29
यूक्रेन के खारकीव शहर में रूस द्वारा दागे गए एक गाइडेड बम ने नौ-मंजिला इमारत को निशाना बनाया, जिसमें कई नागरिक हताहत हो गए। इस बमबारी में बच्चों समेत कई लोग मारे गए और कुछ अभी भी मलबे में फंसे हुए हो सकते हैं। राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले के बाद ट्वीट कर कहा कि रूस के इन हमलों के बावजूद उनकी उम्मीदें जीवित हैं, लेकिन अगर पश्चिमी देशों ने सहयोग में देरी की तो नागरिकों की जान खतरे में पड़ सकती है।
विस्तृत रिपोर्ट:
रूसी वायुसेना द्वारा खारकीव के शेखचेनविस्की जिले में गाइडेड बमों के जरिए हमला किया गया, जिसमें कम से कम 12 लोग घायल हुए। स्थानीय गवर्नर और अधिकारियों ने पुष्टि की कि दो गाइडेड बमों में से एक नौ-मंजिला इमारत पर गिरा, जिसके चलते एक बड़ा हादसा हुआ। यह बमबारी एक व्यस्त रिहायशी इलाके में हुई, जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का बयान:
इस भयानक हमले के बाद, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि रूस को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। ज़ेलेंस्की ने कहा, "रूस ने हमारे नागरिकों पर क्रूर हमला किया है। इस समय हर निर्णय, चाहे वह सहयोग का हो या प्रतिबंध का, हमारे नागरिकों के जीवन से जुड़ा है। हमें एकजुट होकर रूस को रोकना होगा।"
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया:
इस त्रासदी के बाद, स्थानीय प्रशासन, खारकीव के गवर्नर और मेयर इहोर टेरेखोव ने तुरंत राहत और बचाव कार्यों की शुरुआत की। अधिकारियों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और अन्य नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के प्रयास किए। उन्होंने कहा कि ऐसे हमलों के बावजूद, प्रशासन और सेना मिलकर सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।
सम्बंधित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ:
यह हमला ऐसे समय हुआ जब यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष अपने चरम पर है, और पश्चिमी देशों से सैन्य सहयोग प्राप्त करने के लिए यूक्रेन लगातार प्रयासरत है। ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस समय सहयोग नहीं करता, तो यूक्रेनी नागरिकों की सुरक्षा को और खतरे का सामना करना पड़ेगा।
विशेषज्ञों की सलाह:
रूस और यूक्रेन के बीच बिगड़ते हालात के मद्देनजर विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठोस कदम उठाना जरूरी हो गया है। विश्व को यह समझना होगा कि हर देरी से यूक्रेन में निर्दोष लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है।