डिजिटल इंडिया की उड़ान: BSNL ने 50,000 से अधिक स्वदेशी 4G साइट्स का सफल निर्माण, 2025 तक 1 लाख का लक्ष्य


के कुमार आहूजा  2024-11-01 07:04:16



 

भारत की डिजिटल क्रांति में एक बड़ा कदम, BSNL ने देशभर में 50,000 से अधिक 4G साइट्स का सफलतापूर्वक निर्माण कर लिया है। यह उपलब्धि, देश की डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करते हुए, आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत भारत के भीतर विकसित तकनीकी के साथ पूरी हुई है।

विस्तृत रिपोर्ट: 

भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने देशभर में 50,000 से अधिक 4G साइट्स स्थापित कर दिए हैं, जिनमें से लगभग 41,000 साइट्स सक्रिय हो चुकी हैं। संचार मंत्रालय के अनुसार, इनमें से करीब 36,747 साइट्स का निर्माण फेज IX.2 प्रोजेक्ट के तहत हुआ है और 5,000 साइट्स डिजिटल भारत निधि द्वारा वित्तपोषित 4G सैचुरेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्थापित की गई हैं।

BSNL का लक्ष्य जून 2025 तक 1,00,000 साइट्स स्थापित करने का है, और इसी के साथ कंपनी की योजना है कि इन सभी साइट्स को 5G में भी अपग्रेड किया जाए। इस परियोजना में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के नेतृत्व वाले समूह का सहयोग लिया जा रहा है, जो भारत के तकनीकी सामर्थ्य को दर्शाता है। इसमें तेजस नेटवर्क्स और सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमेटिक्स (C-DOT) जैसे संगठनों की प्रमुख भूमिका है।

स्वदेशी नवाचार और आत्मनिर्भरता: 

BSNL की यह 4G नेटवर्क स्थापना पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकी पर आधारित है, जो "पूर्ण स्वदेशी" दृष्टिकोण को साकार करता है। यह भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। डिजिटल और ग्रामीण क्षेत्रों तक इंटरनेट की पहुंच बढ़ाने के लिए, यह 4G नेटवर्क एक अहम भूमिका निभा रहा है।

भविष्य की योजना और 5G का आगमन: 

इस महीने की शुरुआत में संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि BSNL ने अपनी 5G सेवाओं के लिए रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और कोर नेटवर्क का परीक्षण भी पूरा कर लिया है। यह परीक्षण 3.6 GHz और 700 MHz फ्रीक्वेंसी बैंड्स पर किया गया है। BSNL का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि 4G नेटवर्क के विस्तार के बाद इसे 5G में परिवर्तित किया जा सके।

इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत BSNL का उद्देश्य है कि वह देश के टेलीकॉम मार्केट में 20% से अधिक हिस्सेदारी प्राप्त कर सके। इसके साथ ही सरकार का यह भी लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में BSNL की बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाकर 25% तक पहुँचाया जाए।

BSNL की यह पहल न केवल भारत की कनेक्टिविटी में सुधार ला रही है, बल्कि घरेलू तकनीकी उद्योग को भी सशक्त बना रही है। देश में इंटरनेट की बढ़ती मांग को देखते हुए, यह कदम देश को डिजिटल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन की ओर ले जा रहा है। आने वाले वर्षों में BSNL का 5G रोलआउट और भी विस्तृत और व्यापक होने की संभावना है।


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