प्रभावशाली पत्रकार महेश लांगा गिरफ्तार: 200 फर्जी कंपनियों और GST धोखाधड़ी में कनेक्शन का खुलासा गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार महेश लांगा, जिन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में जाना-माना चेहरा माना जाता था, अब खुद कानूनी फंदे में फंस चुके हैं। उनके खिलाफ दर्जनों
के कुमार आहूजा 2024-10-31 14:04:37
प्रभावशाली पत्रकार महेश लांगा गिरफ्तार: 200 फर्जी कंपनियों और GST धोखाधड़ी में कनेक्शन का खुलासा
गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार महेश लांगा, जिन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में जाना-माना चेहरा माना जाता था, अब खुद कानूनी फंदे में फंस चुके हैं। उनके खिलाफ दर्जनों फर्जी कंपनियों के माध्यम से GST धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप है, जिसमें उन्होंने कथित रूप से करोड़ों की ठगी की है। जानें इस बड़े घोटाले के पीछे की पूरी कहानी और महेश लांगा पर लगे गंभीर आरोपों की विस्तृत जानकारी।
गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार और द हिंदू के संवाददाता महेश लांगा को हाल ही में अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने GST घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही यह मामला और भी गंभीर होता गया, क्योंकि उन पर पहले से ही धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोपों के तहत कई एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद यह तीसरी एफआईआर है, जो एक व्यापारी से 28.68 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में दर्ज की गई।
महेश लांगा का प्रोफाइल और विवादित इतिहास
महेश लांगा को पत्रकारिता में उनके अनुभव और प्रभाव के लिए जाना जाता था। लेकिन अब उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी स्थिति का दुरुपयोग करके व्यापारियों को धमकाया, समझौते किए और अवैध कारोबार चलाए। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, लांगा ने अपने राजनीतिक संबंधों और मीडिया में पकड़ का दुरुपयोग करके व्यापारियों को धमकी दी कि वह उनकी व्यवसायिक छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फर्जी कंपनियों के माध्यम से GST घोटाला
अक्टूबर 7 को, केंद्रीय GST विभाग द्वारा की गई एक शिकायत के आधार पर, अहमदाबाद अपराध शाखा ने एक FIR दर्ज की जिसमें कई व्यक्तियों और संस्थाओं पर फर्जी कंपनियों का उपयोग कर आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) क्लेम करने और सरकार को धोखा देने के आरोप थे। इस मामले में अब तक 17 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें महेश लांगा भी शामिल हैं। इस घोटाले में 200 से अधिक शेल कंपनियां बनाई गई थीं, जिनका उपयोग केवल टैक्स क्रेडिट का दावा करने के लिए किया गया था।
आर्थिक स्थिति और जीवनशैली पर सवाल
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, पुलिस ने खुलासा किया कि महेश लांगा और उनकी पत्नी की वार्षिक आय मात्र 15 लाख रुपये थी, लेकिन उनके रहन-सहन और जीवनशैली इससे कहीं अधिक महंगे थे। एक छापेमारी में उनके घर से 20 लाख रुपये की अनअकाउंटेड नकदी बरामद हुई, जिससे उनकी आय और खर्च में बड़ा अंतर सामने आया।
DA एंटरप्राइजेज: लांगा की संदिग्ध कंपनी
इस मामले की जांच में लांगा की कंपनी DA एंटरप्राइजेज का नाम भी सामने आया है, जिसमें उनकी पत्नी और चचेरे भाई मनोज पार्टनर थे। इस कंपनी का टर्नओवर 2022-23 के दौरान 6.7 करोड़ रुपये रहा। पुलिस ने दावा किया है कि DA एंटरप्राइजेज से बड़े पैमाने पर अनअकाउंटेड नकदी बरामद की गई। इस कंपनी को लांगा कथित तौर पर कंट्रोल कर रहे थे और इसे GST घोटाले के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
ईडी की जांच और ताजा छापेमारी
इस GST घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शामिल हो चुका है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ईडी ने अहमदाबाद, सूरत और भावनगर में सात स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें संदिग्ध दस्तावेज़ और कई आपत्तिजनक सबूत बरामद हुए। ईडी ने पुष्टि की है कि यह मामला एक बड़े स्तर पर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जिसमें लांगा जैसे प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं।
पत्रकारिता के नाम पर अवैध गतिविधियां
इस मामले ने पत्रकारिता जगत में हलचल मचा दी है, क्योंकि लांगा जैसे वरिष्ठ पत्रकार पर लगे इन आरोपों से पत्रकारिता की साख पर भी सवाल उठे हैं। पुलिस कमिश्नर जीएस मालिक ने बताया कि लांगा का प्रभाव मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक है, जिसे उन्होंने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग किया। उनका यह कथित घोटाला आने वाले दिनों में और खुलासे के साथ बड़ा मोड़ ले सकता है।