पटना मेट्रो साइट पर हुआ बड़ा हादसा: दो मजदूरों की मौत, छह घायल, सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल


के कुमार आहूजा  2024-10-30 16:04:26



 

पटना में मेट्रो निर्माण स्थल पर हुए हादसे में दो मजदूरों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना एक बड़े सवाल के रूप में उभरती है कि क्या मेट्रो निर्माण में लगे श्रमिकों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता पर्याप्त है?

विस्तृत रिपोर्ट: 

सोमवार रात पटना मेट्रो के निर्माण स्थल पर एक गंभीर हादसा हो गया। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) के पास चल रहे मेट्रो निर्माण कार्य के दौरान ब्रेक फेल होने की वजह से एक लोको मशीन का नियंत्रण खो गया, जिससे यह मशीन कई मजदूरों पर चढ़ गई। इस घटना में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।

हादसे के समय मजदूर एक सुरंग में निर्माण कार्य में लगे हुए थे। दुर्घटना में लोको ऑपरेटर और एक हेल्पर की मौत हो गई। अन्य घायल मजदूरों को तुरंत पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। घटनास्थल पर मौजूद मजदूरों के अनुसार, रात के समय जब मजदूर काम कर रहे थे, तो सुरक्षा अधिकारियों की अनुपस्थिति और सतर्कता में कमी साफ नजर आई।

सरकारी प्रतिक्रिया और आरोप: 

पटना मेट्रो के पीआरओ मोनिसा दुबे ने पुष्टि की कि यह घटना रात करीब 10 बजे हुई और ब्रेक फेल हो जाने के कारण नियंत्रण खोने से मजदूर इसकी चपेट में आ गए। बिहार के शहरी विकास मंत्री नितिन नवीन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय जिला अधिकारी ने भी तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि मेट्रो साइट्स पर सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है या नहीं।

इस घटना में मारे गए मजदूरों में से अधिकांश उड़ीसा से थे, और इस पर उड़ीसा के श्रम मंत्री गणेश राम खंटिया ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी।

सुरक्षा उपायों पर सवाल: 

कई मजदूरों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए हैं कि साइट पर रात के समय सुपरवाइजर और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति नहीं होती है, जिससे ऐसी घटनाओं का खतरा बढ़ता है। एक मजदूर ने आरोप लगाया कि जब से मेट्रो का काम रात में भी जारी रहता है, तब से अधिक सतर्कता की जरूरत है, लेकिन इसके बावजूद वरिष्ठ अधिकारी ज्यादातर अनुपस्थित रहते हैं।

यह घटना पटना मेट्रो परियोजना के सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़ा करती है। मेट्रो निर्माण जैसे संवेदनशील परियोजनाओं में सुरक्षा के लिए उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करना आवश्यक है, अन्यथा ऐसे हादसे भविष्य में भी हो सकते हैं।

इस मामले की पूरी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है, लेकिन हादसे ने शहर के नागरिकों में भय और आक्रोश का माहौल बना दिया है, और लोग प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


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