कर्नाटक के न्यामती में 12.95 करोड़ का सुनहरा डाका: SBI शाखा में घुसे चोरों ने किया तांडव
के कुमार आहूजा 2024-10-30 14:11:16
कर्नाटक के दावणगेरे जिले के न्यामती शहर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ चोरों ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की शाखा में घुसकर 12.95 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। यह घटना 25 या 26 अक्टूबर की रात को हुई, जब चोरों ने बैंक की सुरक्षा में सेंध लगाई और चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
चोरों का हैरतअंगेज़ तरीका
न्यामती पुलिस के अनुसार, बैंक के एक कर्मचारी सुनील कुमार यादव ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि चोरों ने नेहरू रोड पर स्थित SBI शाखा की बाईं खिड़की के पायों को काटकर प्रवेश किया। घटना का पता तब चला जब बैंक के कर्मचारी सोमवार सुबह दरवाजे खोले। चोरों ने गैस कटर की मदद से सुरक्षा कक्ष का दरवाजा तोड़ा और बैंक के तीन लॉकरों में से एक को निशाना बनाते हुए 12.95 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के गहनों को चुरा लिया।
सुरक्षा चूक की चर्चा
जिला पुलिस अधीक्षक उमा प्रशांत ने बताया कि बैंक में रात के समय कोई सुरक्षा गार्ड नियुक्त नहीं थे और पुराने सायरन सिस्टम का उपयोग किया गया था। यह सुरक्षा चूक के कारण हुआ है। पुलिस ने बताया कि चोरों ने DVR भी चुरा लिया, जिससे CCTV फुटेज गायब हो गया। चोरों ने बैंक में घुसते ही CCTV और सायरन को डिस्कनेक्ट कर दिया, जिससे उनकी गतिविधियों को छिपाने में मदद मिली। उन्होंने यह भी कहा कि चोरों ने दो अन्य लॉकरों को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए।
घटनास्थल पर पुलिस का निरीक्षण
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पूर्व क्षेत्र के DIG बी. रमेश और SP उमा प्रशांत ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए पांच पुलिस निरीक्षकों की अगुवाई में पांच टीमों का गठन किया है। पुलिस ने डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी बुलाया है ताकि सबूत इकट्ठा किए जा सकें।
चिली पाउडर का प्रयोग
पुलिस के मुताबिक, चोरों ने बैंक में काफी चिली पाउडर भी छिड़का, जिससे डॉग स्क्वॉड को किसी प्रकार का सुराग न मिल सके। चोरों के इस कूटनीतिक कदम ने उनके फरार होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कर्नाटक में इस तरह की घटनाओं की बढ़ती संख्या से स्थानीय निवासियों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। बैंक में सुरक्षा उपायों की कमी को लेकर लोगों में नाराजगी भी है, और इस मामले ने एक बार फिर से बैंकिंग सुरक्षा की आवश्यकता को रेखांकित किया है।