एलओसी पर आतंकियों की गतिविधियों पर भारतीय सेना की ड्रोन से पैनी नजर, हालिया हमले को किया नाकाम
के कुमार आहूजा 2024-10-30 08:54:56
जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमलों के बीच भारतीय सेना ने एलओसी पर निगरानी के लिए एक विशेष सर्विलांस ड्रोन को तैनात किया है। इस नए तकनीकी ड्रोन की सहायता से सेना ने सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों पर निगरानी कड़ी कर दी है। हाल ही में सीमा के पास से एक आतंकवादी हमला किया गया था, जिसमें भारतीय सेना ने पूरी चौकसी के साथ आतंकियों का मुकाबला किया और तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
विस्तृत रिपोर्ट
अखनूर सेक्टर के पास हाल ही में भारतीय सेना पर एक बड़ा आतंकी हमला किया गया था, जिसमें आतंकी भारी गोलाबारी के साथ भारतीय सेना के काफिले पर हमला करने का प्रयास कर रहे थे। सेना की सटीक तैयारी और त्वरित प्रतिक्रिया से इस हमले को नाकाम कर दिया गया। इस कार्रवाई में सेना के किसी जवान को कोई नुकसान नहीं हुआ और तीन आतंकियों को मार गिराया गया। इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी अक्सर रात्रि के समय में घुसपैठ का प्रयास करते हैं और इसके लिए हथियारों और नकदी की तस्करी में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भारतीय सेना ने अब सीमा पर निगरानी के लिए एक अत्याधुनिक सर्विलांस क्वाडकॉप्टर तैनात किया है, जो 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। यह ड्रोन हर मौसम में काम करने में सक्षम है और इससे प्राप्त वीडियो फीड को सीधे ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन पर भेजा जाता है। यह ड्रोन न केवल सीमा पर हो रही गतिविधियों पर निगरानी रखता है, बल्कि आतंकियों के नापाक इरादों को समय पर पहचानने में भी सहायक है।
ड्रोन की तकनीकी क्षमताएं
इस सर्विलांस क्वाडकॉप्टर में एक घंटे तक की कैमरा सेवा क्षमता है जो उच्च गुणवत्ता वाले वीडियो फीड्स प्रदान करता है। इसकी तकनीकी क्षमताओं का लाभ उठाते हुए भारतीय सेना सीमा पार से होने वाली हर गतिविधि पर सटीक नजर रख पा रही है। यह ड्रोन अत्यधिक प्रतिकूल मौसम में भी काम कर सकता है, जिससे एलओसी और आईबी (इंटरनेशनल बॉर्डर) के निकट गतिविधियों पर नज़र रखना और आसान हो गया है। इससे सेना को आतंकियों की रणनीतियों को समझने और समय रहते रोकने में मदद मिल रही है।
सुरक्षा में वृद्धि
अखनूर सेक्टर में हुए हमले और बढ़ते आतंकी घटनाओं के चलते भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने एलओसी पर निगरानी और सख्त कर दी है। आतंकियों के लगातार सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को देखते हुए, सुरक्षा बलों ने गहन खोज अभियान भी चलाया। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर हाल ही में सीमा पर उच्च तकनीक वाले ड्रोन की सहायता से संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के लिए एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन भी चलाया।
भारतीय सेना ने इस अत्याधुनिक तकनीकी ड्रोन की मदद से आतंकियों की हर गतिविधि पर नज़र रखना शुरू कर दिया है, ताकि उनके किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके। जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा के लिए इस ड्रोन तैनाती को आतंकवाद से निपटने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।