गाजियाबाद कोर्ट में वकीलों और जज के बीच तकरार के बाद मचा हंगामा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज


के कुमार आहूजा  2024-10-30 07:07:00



 

गाजियाबाद जिला अदालत में वकीलों और जज अनिल कुमार के बीच हुई बहस के बाद कोर्ट परिसर में तनावपूर्ण माहौल बन गया, जिसे संभालने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। यह टकराव एक पुराने मामले में जज के निर्णय के विरोध में वकीलों द्वारा किया जा रहा था, जिसके बाद विवाद ने इतना विकराल रूप ले लिया कि वकीलों ने न्यायालय का घेराव कर दिया और जज की सुरक्षा के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।

इस घटनाक्रम में, कई वकील कोर्ट परिसर में इकट्ठा हो गए और जज के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कोर्ट का कामकाज रुक गया। मामले को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे कई वकील घायल हुए। बाद में, कई वकीलों ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ भी की और पुलिस द्वारा बल प्रयोग का विरोध किया।

वकीलों का आरोप: 

वकील नाहर सिंह यादव के मुताबिक, जज अनिल कुमार द्वारा धोखाधड़ी मामले में आरोपी को सुने बिना जमानत दी जा रही थी, जो कि गलत था। जब वकीलों ने इसका विरोध किया, तब पुलिस को बुलाया गया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया गया। बताया गया है कि यह मामला डासना में एलएमसी की जमीन से जुड़ा हुआ था, जिसमें शिकायतकर्ता से 80 लाख रुपये लिए गए थे।

वकीलों का विरोध और प्रतिक्रिया: 

वकीलों का कहना है कि इस लाठीचार्ज ने उनके प्रति अन्याय को बढ़ावा दिया है। वकील समुदाय ने इस घटना के बाद आपातकालीन बैठक बुलाई और जज का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। अदालत में इस हिंसक घटना के बाद से कोर्ट परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे और फिर से कोई हिंसा न हो।

प्रतिक्रिया और अगला कदम: 

इस घटना ने वकील-जज संबंधों में गंभीर तनाव की ओर इशारा किया है, जिसके कारण बार एसोसिएशन ने मामले की गहन समीक्षा की मांग की है। पुलिस और प्रशासन के सामने कोर्ट परिसर में सुरक्षा बढ़ाने की चुनौती है ताकि भविष्य में इस तरह के विवाद न हों और न्यायालय का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।


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