हृदय की धड़कन बनकर दी बच्चों को नई ज़िन्दगी – एसईसीएल की धड़कन अभियान ने बचाए 20 मासूमों के जीवन
के कुमार आहूजा 2024-10-29 20:42:27
सीएसआर पहल से लाभान्वित हुए आर्थिक रूप से कमजोर परिवार, बच्चों की हृदय सर्जरी में पाई सफलता छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की “एसईसीएल की धड़कन” पहल। यह महत्वपूर्ण परियोजना कोल इंडिया की व्यापक सीएसआर योजना का हिस्सा है, जो जन्म से ही हृदय संबंधी रोग (कन्जेनाइटल हार्ट डिजीज या CHD) से ग्रसित बच्चों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने के लिए समर्पित है।
परियोजना का उद्देश्य और क्षेत्रीय लाभ
एसईसीएल द्वारा शुरू की गई इस पहल का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऑपरेशन एरिया में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की चिकित्सा सेवा सुनिश्चित करना है। जिन क्षेत्रों में इस योजना का सीधा लाभ पहुंच रहा है, उनमें छत्तीसगढ़ के रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर और मध्य प्रदेश के अनूपपुर, शहडोल और उमरिया जिले शामिल हैं।
एसईसीएल ने इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, रायपुर के साथ एक साझेदारी की है, जहां बच्चों की सर्जरी का संपूर्ण खर्च वहन किया गया। इससे न केवल रोगग्रस्त बच्चों का उपचार हो पाया, बल्कि उनके माता-पिता को भी वित्तीय बोझ से राहत मिली।
स्वास्थ्य सेवा के प्रति समर्पण का प्रमाण – “गिफ्ट ऑफ लाइफ” कार्यक्रम
25 अक्टूबर, 2024 को आयोजित ‘गिफ्ट ऑफ लाइफ’ कार्यक्रम में 20 बच्चों को हृदय सर्जरी के बाद स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ते देखना इस परियोजना की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण था। इस कार्यक्रम में बच्चों को सर्जरी के बाद हौसला बढ़ाने और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उपहार दिए गए। इस पहल के ज़रिए न केवल बच्चों का जीवन बदला गया बल्कि एसईसीएल ने भी यह सुनिश्चित किया कि भविष्य में और भी बच्चों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए वरदान साबित हो रही पहल
भारत के वंचित तबकों में स्वास्थ्य सेवाओं का पहुंचना एक बड़ी चुनौती रही है। एसईसीएल की यह पहल खासकर आदिवासी और ग्रामीण इलाकों के उन परिवारों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, जिन्हें अत्यधिक महंगी चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलना कठिन था। इस परियोजना के ज़रिए एसईसीएल की यह प्रतिबद्धता दिखाई देती है कि वे अपने परिचालन क्षेत्रों में स्थायी विकास और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का प्रयास कर रहे हैं।
एसईसीएल की सीएसआर पहल और भविष्य के लक्ष्य
एसईसीएल ने पिछले वर्षों में सीएसआर गतिविधियों के तहत वृक्षारोपण अभियान और स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार निवेश किया है। कंपनी का उद्देश्य छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पौधारोपण के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना और स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता को कम करना है। “एसईसीएल की धड़कन” जैसी योजनाएं कोल इंडिया की समग्र सीएसआर योजना का हिस्सा हैं, जो हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में सार्थक कदम है।
समान स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से सतत विकास की ओर एक कदम
यह परियोजना एसईसीएल के उन प्रयासों का हिस्सा है, जिनका उद्देश्य अपने परिचालन क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति में सुधार करना है। यह अभियान न केवल गंभीर हृदय रोगों से जूझते बच्चों के जीवन को बेहतर बना रहा है बल्कि उनके परिवारों को भी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर रहा है। इसके अलावा, “एसईसीएल की धड़कन” पहल भारतीय समाज में स्वास्थ्य के क्षेत्र में समानता को बढ़ावा देने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।