लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत नाज़ुक, एम्स में वेंटिलेटर पर
के कुमार आहूजा 2024-10-29 18:58:02
बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत इन दिनों बेहद गंभीर है, और उन्हें दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। पिछले एक हफ्ते से एम्स में इलाज करा रही शारदा सिन्हा की हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू से वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। संगीत प्रेमियों और उनके चाहने वालों के बीच उनकी नाज़ुक स्थिति को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। स्थिति का जायज़ा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा खुद एम्स पहुंचे और उनके बेहतर इलाज के लिए ज़रूरी निर्देश दिए।
स्थिति की जानकारी
लोक संगीत में अपनी पहचान बना चुकीं शारदा सिन्हा को पिछले कुछ सालों से गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ रहा है। 2017 से, शारदा सिन्हा मल्टीपल मायेलोमा (Multiple Myeloma) जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, जो कि एक प्रकार का बोन मैरो कैंसर होता है। एम्स के मेडिकल विभाग में उनका इस बीमारी का इलाज चल रहा है।
शनिवार को अचानक उनकी हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उन्हें तुरंत एम्स के इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया। उनकी बढ़ती स्थिति को देखते हुए आज सुबह उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि शारदा सिन्हा की हालत अभी भी चिंताजनक है और एक टीम उनकी निगरानी में लगी हुई है।
पारिवारिक और मानसिक आघात
हाल ही में शारदा सिन्हा को एक और बड़ा आघात लगा, जब उनके पति का ब्रेन हैमरेज से निधन हो गया। इस दुखद घटना ने उनके स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला। पति के निधन के बाद से ही शारदा सिन्हा की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है और उन्हें खाने-पीने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनके परिवार, विशेष रूप से उनके बेटे अंशुमन के अनुसार, उनकी हालत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है और यह पूरा समय उनके लिए अत्यंत कठिन रहा है।
जेपी नड्डा ने जताई चिंता
शनिवार रात को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स पहुंचकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। नड्डा ने एम्स के अधिकारियों और डायरेक्टर से शारदा सिन्हा के इलाज का हाल जाना और अधिकारियों को उनके बेहतर इलाज का निर्देश दिया। उन्होंने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन से भी उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और इस बात का भरोसा दिलाया कि उनकी मां को सभी सुविधाएं और बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
शारदा सिन्हा का योगदान और उनकी लोकप्रियता
पद्मभूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा ने लोक गायन के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह अतुलनीय है। उनके द्वारा गाए गए लोकगीत जैसे "का हेरी पुआकां" और "सुन सुन बबलू" आदि उन्हें खासतौर पर बिहार और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक परिदृश्य में प्रसिद्ध करते हैं। बिहार और देश के अन्य हिस्सों में उनकी लोकप्रियता के चलते आज भी उनके गीतों को शादियों, त्यौहारों और कई पारंपरिक आयोजनों में प्रमुखता से सुना जाता है। उनकी गायकी का असर और उनका लोक संगीत के प्रति समर्पण उन्हें अपनी पीढ़ी के कलाकारों से अलग करता है।
स्थिति पर सबकी नज़र
वर्तमान में एम्स की मेडिकल टीम उनकी हर स्थिति पर निगरानी रख रही है। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि अगले कुछ दिन उनकी स्थिति के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उनके चाहने वालों के साथ-साथ परिवार वाले भी उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। शारदा सिन्हा के फैंस ने सोशल मीडिया पर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है और यह उम्मीद जताई है कि वे जल्दी ही स्वस्थ होकर अपने संगीत से एक बार फिर सभी का मनोरंजन करेंगी।