प्रगति प्रोजेक्ट -शिक्षा की ओर अभिनव कदम: उरमूल ट्रस्ट के बालिका शिक्षा नींव कैंप का उद्घाटन
के कुमार आहूजा 2024-10-29 18:23:02
चौपालों और सीमाओं को लांघते हुए, बीकानेर के केसर देसर जाटान गांव में 28 अक्टूबर 2024 को बालिका शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल की गई। उरमूल ट्रस्ट के प्रशासनिक अधिकारी चेनाराम बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि उरमूल ट्रस्ट के प्रगति प्रोजेक्ट के अंतर्गत बालिका शिक्षा नींव कैंप के उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें शिक्षा के महत्व और बालिकाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर गहरा जोर दिया गया।
शिक्षा का दीप जलाने वाले स्थानीय समाज के लोग
चेनाराम बिश्नोई ने बताया कि गांव के वरिष्ठ नागरिक रामलालजी हुड्डा ने कैंप का शुभारम्भ करते हुए शिक्षा की महत्ता और वर्तमान समय में इसकी आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने ग्रामीणों को अपने बच्चों, विशेषकर बालिकाओं को शिक्षित करने के महत्व पर जागरूक किया, जिससे वे समाज में अपनी पहचान बना सकें।
उरमूल ट्रस्ट का समर्पण
इस अवसर पर उरमूल ट्रस्ट की कोऑर्डिनेटर ज्योति शर्मा ने ओपन बोर्ड से दसवीं की परीक्षा पास करने के फायदों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ओपन बोर्ड जैसी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया और समझाया कि किस तरह से शिक्षा जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।
पिछले साल की शिक्षार्थियों का सम्मान
इस कैंप में प्रेरक परमेश्वरी हुड्डा ने पिछले साल ओपन बोर्ड से दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इस पहल से अन्य बालिकाओं में शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ा और उन्हें भी पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरणा मिली।
तकनीकी सहयोग से शिक्षा का प्रसार
ट्रस्ट के टेक्निकल कोऑर्डिनेटर मुकेश राजपुरोहित ने बताया कि कैंप का संचालन प्रतिदिन तीन घंटे किया जाएगा। इस दौरान सभी छात्रों की प्रगति को प्रगति ऐप के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा, ताकि उनकी शिक्षा की प्रक्रिया को और भी अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके। कोऑर्डिनेटर टाल्लाराम ने बताया कि समय-समय पर कैंप का फॉलो-अप किया जाएगा और परीक्षा तक सभी छात्रों का मूल्यांकन भी सुनिश्चित किया जाएगा।
समारोह में गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस आयोजन में रेलवे ऑफिसर भिवसेन हुड्डा, पीटीआई रेवंतराम जाखड़, प्रेरक भगवती शर्मा सहित गांव के कई गणमान्य नागरिक और बालिकाओं के माता-पिता भी शामिल हुए। सभी ने मिलकर इस पहल की सराहना की और बालिकाओं को शिक्षा की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
समाज में बदलाव की पहल
उरमूल ट्रस्ट द्वारा शुरू किए गए इस कैंप ने न केवल गांव में बल्कि पूरे क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता का नया संदेश दिया है। बालिकाओं को शिक्षित करने के इस प्रयास से न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
इस कैंप का उद्देश्य बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाना और शिक्षा के माध्यम से सशक्त करना है, ताकि वे समाज में अपनी पहचान बना सकें।