दिल्ली हाई कोर्ट में ANI पेज विवाद: Wikipedia करेगी यूजर्स की जानकारी साझा
के कुमार आहूजा 2024-10-29 15:22:34
दिल्ली हाई कोर्ट में हालिया सुनवाई के दौरान Wikipedia ने अपने यूजर्स की गोपनीय जानकारी देने का फैसला किया है। यह फैसला ANI पेज पर हुए संपादनों में आपत्तिजनक टिप्पणियों के विवाद के चलते आया है। क्या Wikipedia अपने यूजर्स की पहचान गोपनीय रख पाएगी?
दिल्ली हाई कोर्ट और Wikipedia विवाद का मुख्य कारण
दिल्ली हाई कोर्ट में ANI के विकिपीडिया पेज पर किए गए संपादनों को लेकर विवाद चल रहा है। समाचार एजेंसी ANI ने आरोप लगाया कि विकिपीडिया पर उनके पेज पर कुछ यूजर्स द्वारा अपमानजनक संपादन किए गए, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। इस मामले में ANI ने विकिपीडिया पर मानहानि का केस दर्ज किया और अदालत से इन संपादन करने वालों की पहचान उजागर करने की मांग की।
जुलाई में कोर्ट ने विकिपीडिया को निर्देश दिया कि वह ANI के पेज पर संपादन करने वाले तीन लोगों की जानकारी प्रस्तुत करे। हालांकि, विकिपीडिया द्वारा निर्देशों का पालन न किए जाने पर, एकल-जज जस्टिस नवीन चावला ने सख्त रुख अपनाया और विकिपीडिया के खिलाफ अवमानना की चेतावनी भी जारी की। इस आदेश के तहत विकिपीडिया के एक अधिकृत प्रतिनिधि को कोर्ट में 25 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया गया था।
विकिपीडिया का गोपनीयता पर जोर
विकिपीडिया की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अखिल सिब्बल ने अदालत को जानकारी दी कि विकिपीडिया कोर्ट के साथ सभी आवश्यक जानकारी साझा करने के लिए तैयार है, लेकिन इन यूजर्स की पहचान सार्वजनिक नहीं की जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि इन यूजर्स की जानकारी एक सील कवर में अदालत को दी जाएगी ताकि यह सार्वजनिक न हो सके, और केवल अदालत के पास ही यह जानकारी रहे।
सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि विकिपीडिया नोटिस की सेवा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा, और ANI को नोटिस के बारे में सूचित करेगा, हालांकि यूजर्स की पहचान गोपनीय रहेगी। ANI के वकील ने मांग की कि विकिपीडिया यूजर्स को नोटिस की सेवा की पूरी जिम्मेदारी ले।
विकिपीडिया और ANI का पुराना विवाद
यह विवाद ANI द्वारा विकिपीडिया पर मानहानि का मामला दर्ज करने के बाद शुरू हुआ। ANI का दावा है कि विकिपीडिया पर उनके पेज पर यूजर्स द्वारा की गई टिप्पणियाँ उनकी प्रतिष्ठा के खिलाफ हैं। इससे पहले कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि विकिपीडिया इन यूजर्स की जानकारी उजागर करे, लेकिन विकिपीडिया ने निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके कारण कोर्ट ने अवमानना के नोटिस जारी किए।
इससे पहले, कोर्ट ने विकिपीडिया से उस पेज को भी हटाने के निर्देश दिए थे, जो ANI के इस मामले से संबंधित कोर्ट कार्यवाही को विस्तार से बता रहा था। विकिपीडिया ने इस निर्देश का भी पालन नहीं किया, जिसके बाद अदालत में इसे लेकर अवमानना का मामला दाखिल किया गया। हालांकि, विकिपीडिया ने अदालत की सुनवाई से पहले पेज को हटा दिया था, जिससे अवमानना का मामला समाप्त कर दिया गया।
विकिपीडिया पर खुली एडिटिंग का मुद्दा
जस्टिस सुभ्रमणियम प्रसाद ने हालिया सुनवाई में विकिपीडिया के संचालन को लेकर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह खतरनाक है कि कोई भी व्यक्ति विकिपीडिया पर पेज को संपादित कर सकता है, जिससे जानकारी की सटीकता और गोपनीयता पर सवाल उठता है। अदालत ने यह भी कहा कि ANI के मामले में कोई अंतरिम आदेश देने से पहले विकिपीडिया की कार्यप्रणाली को समझना आवश्यक होगा।
अगली सुनवाई में, अदालत इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक अंतरिम आदेश पर विचार करेगी। इस मामले में आगे की कार्यवाही के लिए अदालत ने अगली तारीख तय की है।