अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले 2024 की तैयारियों में जुटी प्रशासन और पुलिस, सुरक्षा के इंतजाम कड़े
के कुमार आहूजा 2024-10-29 08:55:15
पुष्कर में आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय पशु मेला 2024, 2 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां पूरे जोरों पर हैं। यह मेला देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। मेले के दौरान धार्मिक आयोजन, पशुओं की प्रदर्शनी, और कार्तिक स्नान का विशेष महत्व है, जिसके लिए पुष्कर के पवित्र सरोवर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। मेला क्षेत्र में उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंची एसपी वंदिता राणा
इस विशाल आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस महकमे ने खास योजना बनाई है। अजमेर जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वंदिता राणा ने पुष्कर के उन सभी प्रमुख स्थानों का दौरा किया, जहां श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। एसपी राणा ने मेला क्षेत्र, ब्रह्मा मंदिर, पुष्करराज सरोवर और आसपास के बाजारों का निरीक्षण कर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरोवर के 52 घाटों पर सिविल डिफेंस की टीमें, पुलिस मित्र, और गोताखोर तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
इसके अतिरिक्त, सरोवर के घाटों की गहराई को स्पष्ट करने के लिए लाल झंडियां और रस्सियां लगाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालु सुरक्षित दायरे में स्नान कर सकें। प्रशासन ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त योजना बनाई है।
पुलिस कर्मियों की तैनाती और निगरानी के उपाय
एसपी राणा ने बताया कि पुष्कर के उन सभी क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है, जहां पर श्रद्धालुओं की ज्यादा आवाजाही होती है। इन जगहों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए रणनीति बनाई जा रही है। मेला क्षेत्र, सरोवर और बाजारों में तैनातगी के लिए कई सुरक्षा पॉइंट्स बनाए गए हैं। इसके अलावा, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सादा कपड़ों में भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
होटल, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस, और रिसॉर्ट्स की भी नियमित जांच की जाएगी। पुलिस कर्मी मेले के दौरान अतिरिक्त सतर्क रहेंगे और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएंगे। इस बार यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यातायात पुलिस के साथ समन्वय स्थापित किया गया है, ताकि पुष्कर के रास्तों पर भीड़भाड़ न हो और सभी वाहनों का सुचारु संचालन हो सके।
पंच तीर्थ स्नान और श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध
पुष्कर मेला धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। कार्तिक माह में पुष्कर सरोवर में स्नान करने का विशेष महत्व होता है, विशेषकर कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक पंच तीर्थ स्नान के दौरान। ऐसे में हर साल देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु यहां स्नान के लिए आते हैं। एसपी राणा ने बताया कि घाटों पर गोताखोरों की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था, और मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
पुष्कर पशु मेले का उद्देश्य और इसके आयोजन की महत्ता
अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला राजस्थान का एक महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन है, जो न केवल देश के पशुपालकों और व्यापारियों को एक मंच प्रदान करता है, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ता है। इस मेले में पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें ऊंट और घोड़ों की रेस, पारंपरिक लोकनृत्य, और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी प्रमुख आकर्षण होते हैं।
एसपी वंदिता राणा ने बताया कि प्रशासन इस बार भी मेले को सफलता के साथ संपन्न करने के लिए पूरी तरह तैयार है। पुष्कर मेला न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण आयोजन है, और पुलिस और प्रशासन मिलकर इसे हर साल एक सफल आयोजन बनाने के लिए प्रयासरत हैं।