सावधान- साइबर अपराधी बना रहे हैं नकली बैंकिंग ऐप्स, आपकी निजी जानकारी खतरे में
के कुमार आहूजा 2024-10-29 08:42:58
साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल अक्टूबर में ‘साइबर सुरक्षा जागरूकता माह’ मनाया जाता है। इस अवसर पर एक चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है कि कैसे साइबर अपराधी नकली बैंकिंग ऐप्स का इस्तेमाल कर लोगों की निजी और वित्तीय जानकारी चुरा रहे हैं। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने अपने ग्राहकों को अलर्ट किया है और बताया है कि उनकी सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। आइए, जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से और कैसे आप इन खतरनाक ऐप्स से बच सकते हैं।
मुख्य रिपोर्ट:
आजकल, ऑनलाइन बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट्स का चलन बढ़ा है, जिससे लोगों की वित्तीय लेन-देन पहले से अधिक सुविधाजनक हो गई है। लेकिन, इसके साथ ही साइबर अपराधी भी इस बढ़ती तकनीकी सुविधाओं का फायदा उठाकर लोगों के खातों में सेंध लगाने की नई-नई तरकीबें अपना रहे हैं। IDFC FIRST Bank के हालिया बयान के अनुसार, कुछ साइबर अपराधी नकली बैंकिंग ऐप्स बनाकर उन्हें असली बैंकिंग ऐप्स की तरह दिखाकर लोगों की जानकारी चुरा रहे हैं।
नकली बैंकिंग ऐप्स का खतरा
साइबर अपराधी बैंकिंग ऐप्स की नकल कर नकली ऐप्स तैयार करते हैं, जो देखने में बिल्कुल असली ऐप्स जैसे ही लगते हैं। यूजर्स इस बात से अनजान होते हैं और जब वे इन नकली ऐप्स का उपयोग करने लगते हैं, तो ये ऐप्स उनकी निजी जानकारी जैसे कि यूजर आईडी, पासवर्ड, ओटीपी (OTP), और यहां तक कि क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी तक पहुंच प्राप्त कर लेते हैं। एक बार अपराधियों के पास ये जानकारी आ जाती है, तो वे आसानी से यूजर्स के बैंक खातों से पैसे निकाल सकते हैं या अन्य वित्तीय नुकसान कर सकते हैं।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे केवल बैंक के ऑफिशियल ऐप्स का ही उपयोग करें और किसी भी थर्ड-पार्टी साइट या संदिग्ध लिंक से ऐप डाउनलोड करने से बचें। बैंक ने चेताया है कि नकली ऐप्स का उद्देश्य यूजर्स की व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराना है, और ये ऐप्स साइबर अपराधियों को वित्तीय लाभ पहुंचाने के लिए बनाए जाते हैं। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने यह भी बताया है कि बैंक की पहली प्राथमिकता अपने ग्राहकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
नकली ऐप्स से कैसे बचें?
1) अधिकृत ऐप्स डाउनलोड करें: हमेशा Google Play Store या Apple App Store से ही बैंकिंग ऐप्स डाउनलोड करें। यदि ऐप का स्रोत असली नहीं है, तो उसे इंस्टॉल न करें।
2) ऐप्स के बारे में जानकारी लें: कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यू और डाउनलोड्स की संख्या जांच लें। असली ऐप्स के मुकाबले नकली ऐप्स में कम रेटिंग और कम डाउनलोड होते हैं।
3) बैंक के संपर्क में रहें: किसी भी संदिग्ध गतिविधि या ऐप के बारे में संदेह होने पर तुरंत अपने बैंक की कस्टमर केयर से संपर्क करें।
4) सुरक्षा अपडेट रखें: हमेशा अपने मोबाइल और ऐप्स को अपडेट रखें, ताकि किसी भी नए साइबर खतरे से बचा जा सके।
5)निजी जानकारी साझा न करें: ध्यान रखें कि बैंक कभी भी ईमेल, कॉल या एसएमएस के माध्यम से पासवर्ड या ओटीपी नहीं मांगता है।
साइबर सुरक्षा माह का उद्देश्य
अक्टूबर का यह महीना साइबर सुरक्षा जागरूकता के लिए विशेष रूप से समर्पित है। इस महीने का उद्देश्य लोगों को विभिन्न साइबर सुरक्षा खतरों के बारे में जागरूक करना और उनसे सुरक्षित रहने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करना है। विशेषकर बैंकिंग सेक्टर में इस तरह के जागरूकता अभियानों से न केवल व्यक्तिगत वित्तीय सुरक्षा में मदद मिलती है, बल्कि साइबर अपराधियों पर लगाम भी लगाई जा सकती है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने इस संदर्भ में अपने ग्राहकों को बार-बार सतर्क रहने की अपील की है।
डिजिटल बैंकिंग का दौर जितना सुविधाजनक है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी बनता जा रहा है। नकली ऐप्स के माध्यम से साइबर अपराधियों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी से बचने के लिए हमें सावधान और जागरूक रहना होगा। बैंकिंग सेक्टर में साइबर सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो गई है, और ग्राहक जागरूकता इस खतरे से निपटने का सबसे बड़ा हथियार है।