अखनूर में सेना पर आतंकी हमला नाकाम, मुठभेड़ में आतंकियों के भागने के सभी रास्ते सील
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-10-29 06:05:38
जम्मू-कश्मीर के अखनूर इलाके में सोमवार सुबह सेना के वाहन को आतंकियों ने घात लगाकर निशाना बनाया। घटनास्थल, बत्तल इलाके में आतंकियों द्वारा किए गए हमले के बाद क्षेत्र में भारी सुरक्षा घेराबंदी की गई है। सूत्रों के अनुसार, आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश के बाद सेना ने इलाके को घेर लिया, और फायरिंग शुरू हो गई। सभी निकासी मार्गों को सेना द्वारा बंद कर दिया गया ताकि आतंकी भाग न सकें।
स्थिति पर सेना का बयान:
रिपोर्टों के अनुसार सेना के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि हमले के बाद आतंकियों को घेरने के लिए त्वरित सुदृढ़ीकरण भेजा गया है। सेना ने यह भी बताया कि आतंकियों की गतिविधियों में हाल के दिनों में तेजी आई है, खासकर शांतिपूर्ण चुनाव के बाद। पिछले गुरुवार को हुए बोटापाथरी हमले में भी आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाया था जिसमें दो सैनिकों और दो नागरिकों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद आतंकियों द्वारा गतिविधियों को और बढ़ा दिया गया है।
ताजा घटनाक्रम और घेराबंदी:
हाल ही में सीमा पार से बढ़ते घुसपैठ के प्रयासों को देखते हुए सेना ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। अधिकारियों का मानना है कि चुनाव में जनता की बढ़ती भागीदारी से परेशान होकर आतंकवादी संगठन तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। अखनूर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने निगरानी बढ़ाई है ताकि आतंकियों के किसी भी हमले की साजिश को तुरंत नाकाम किया जा सके।
पिछले हमलों की कड़ी:
इसके अलावा, अक्टूबर 20 को गंदरबल जिले के गगनगीर में एक निजी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के श्रमिकों पर आतंकी हमला हुआ था जिसमें छह गैर-कश्मीरी मजदूरों और एक कश्मीरी डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। ये श्रमिक ज़-मोर्ह सुरंग के निर्माण कार्य में लगे थे, जो श्रीनगर और सोनमर्ग को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण परियोजना है।
आतंकी संगठनों के इरादे और सेना का कड़ा रुख:
सूत्रों के अनुसार, सीमा पार स्थित आतंकवादी संगठनों के इशारे पर ये हमले हो रहे हैं। सेना ने क्षेत्र में ऑपरेशन तेज कर दिया है और सभी संभावित मार्गों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। सेना का कहना है कि देश की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और शांति व्यवस्था को बहाल रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा।