Kejriwal पर हमले के आरोपों ने बढ़ाई राजनीतिक हलचल: AAP और BJP में जुबानी जंग 


के कुमार आहूजा  2024-10-28 07:15:56



 

दिल्ली में हाल ही में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हुए कथित हमले ने राजनीति में हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के युवा मोर्चा पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि BJP ने इन आरोपों को नकारते हुए राजनीतिक साजिश का करार दिया है। आइए जानते हैं इस घटना के पीछे की कहानी और दोनों पक्षों की दलीलें।

शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा (BJYM) के नेताओं ने शुक्रवार शाम दिल्ली के विकासपुरी में केजरीवाल की "पदयात्रा" के दौरान उन पर हमला किया। AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया कि हमलावरों की पहचान BJYM के राज्य उपाध्यक्ष रोहित सेहरावत और महासचिव अरुण ड्राल के रूप में की गई है।

संजय सिंह ने कहा, "रोहित सेहरावत, जो BJYM के राज्य उपाध्यक्ष हैं, मुख्य आरोपी हैं। अरुण ड्राल, जो BJYM के राज्य महासचिव हैं, भी इस हमले में शामिल हैं। ये लोग खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि यह गुंडागर्दी केवल विकासपुरी में नहीं बल्कि जहां भी अरविंद केजरीवाल जाएंगे, वहां की जाएगी।"

वहीं, रोहित सेहरावत और अरुण ड्राल ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने AAP के दावों को "झूठ" करार दिया है। इस संदर्भ में सेहरावत ने कहा, "AAP की ओर से लगाये गए सभी आरोप निराधार हैं।"

राजनीतिक पृष्ठभूमि

यह घटना दिल्ली की राजनीतिक स्थिति को और अधिक संवेदनशील बनाती है, जहां AAP और BJP के बीच पहले से ही कड़ा मुकाबला चल रहा है। केजरीवाल की पदयात्रा, जो कि उनकी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यक्रम है, ने भाजपा को इस प्रकार के हमलों के खिलाफ एक अवसर दिया है।

AAP ने हमले को एक संगठित साजिश करार दिया है, जिसका उद्देश्य केजरीवाल को कमजोर करना है। दूसरी ओर, BJP ने AAP के आरोपों को केवल एक राजनीतिक खेल बताया है। उन्होंने कहा है कि यह सब AAP की चुनावी रणनीति का हिस्सा है, ताकि वे अपने समर्थकों को सक्रिय रख सकें।

पार्टी की प्रतिक्रियाएं

दिल्ली में AAP और BJP दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है। AAP के नेताओं का कहना है कि जब से भाजपा ने दिल्ली में सत्ता संभाली है, तब से राजनीतिक हिंसा में इजाफा हुआ है। दूसरी ओर, BJP का कहना है कि AAP अपने नेताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है और इस मामले में उन्हें सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।

Kejriwal पर हमला करने का यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियां इस मुद्दे पर किस प्रकार की राजनीतिक रणनीतियाँ अपनाती हैं। इस घटना ने दिल्ली में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है, और इससे जुड़े मुद्दे अगले दिनों में चर्चा का केंद्र बने रहेंगे।


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