2023 में भारत बना 5G क्रांति का अगुआ, मोबाइल इंटरनेट की रफ्तार में 70 प्रतिशत की वृद्धि


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-10-28 07:00:19



 

2023 में, मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आया, जिसका प्रमुख कारण भारत में 5G नेटवर्क का व्यापक विस्तार था। GSMA की रिपोर्ट 'स्टेट ऑफ मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी 2024' के अनुसार, इस वर्ष लगभग 750 मिलियन अतिरिक्त लोग 5G सेवाओं के तहत कवर किए गए, जिनमें से आधे से अधिक लोग भारत से थे। यह डिजिटल क्रांति न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।

विस्तृत रिपोर्ट:

GSMA की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में मोबाइल इंटरनेट की औसत डाउनलोड स्पीड में 34 से 48 Mbps तक की वृद्धि दर्ज की गई। दक्षिण एशिया में यह वृद्धि सबसे ज्यादा रही, जहां भारत में 5G के विस्तार के कारण डाउनलोड स्पीड में 70% की बढ़ोतरी हुई। यह अब तक की सबसे बड़ी आनुपातिक और वास्तविक वृद्धि है, जिससे मोबाइल उपभोक्ताओं के अनुभव में सुधार हुआ है।

भारत में, खासकर ग्रामीण इलाकों में स्मार्टफोन का उपयोग भी बढ़ा है। रिपोर्ट से पता चलता है कि 2022 से 2023 के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्टफोन के स्वामित्व में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। भारत में कम साक्षरता स्तर वाले मोबाइल इंटरनेट उपयोगकर्ता भी सप्ताह के दौरान औसतन आठ विभिन्न गतिविधियों में इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, जो अन्य देशों के उपयोगकर्ताओं की तुलना में कहीं अधिक है।

डिजिटल विभाजन और चुनौतियाँ:

हालांकि, GSMA की रिपोर्ट यह भी बताती है कि 4.6 बिलियन लोग (विश्व की 57% आबादी) अब मोबाइल इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, फिर भी 3.45 बिलियन लोग अभी भी इससे अछूते हैं। लगभग 350 मिलियन लोग ऐसे हैं, जो अभी भी दूर-दराज के क्षेत्रों में रहते हैं, जहां मोबाइल इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। वहीं, 3.1 बिलियन लोग ऐसे भी हैं, जिनके पास मोबाइल इंटरनेट कवरेज तो है, लेकिन वे इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं। इसे यूसेज गैप कहा गया है।

GSMA के मुख्य नियामक अधिकारी जॉन गिउस्ती ने कहा कि नेटवर्क बुनियादी ढांचे के विस्तार और मोबाइल इंटरनेट को अपनाने के प्रयासों के बावजूद, डिजिटल विभाजन आज भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। कई उपयोगकर्ता रोजाना इंटरनेट तक पहुंच पाते हैं, लेकिन उनके कार्य सीमित होते हैं, जबकि वे अधिक उपयोग करना चाहते हैं।

भारत में 5G की क्रांति:

भारत में 5G सेवाओं के विस्तार ने देश को एक नई डिजिटल क्रांति की ओर अग्रसर किया है। इस तकनीकी प्रगति ने न केवल डाउनलोड स्पीड में बढ़ोतरी की है, बल्कि स्मार्टफोन के उपयोग में भी वृद्धि की है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पहले इंटरनेट सेवाओं की सीमित पहुंच थी। इसके अलावा, यह भी ध्यान में रखा गया है कि यदि उन लोगों को इंटरनेट सेवाओं से जोड़ा जा सके, जिनके पास पहले से मोबाइल इंटरनेट की पहुंच है, तो 2023-2030 के दौरान वैश्विक GDP में $3.5 ट्रिलियन की वृद्धि हो सकती है।

भारत में 5G नेटवर्क के विस्तार ने न केवल देश की डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाया है, बल्कि दुनिया भर में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी के अनुभव में भी सुधार किया है। हालाँकि, डिजिटल विभाजन को समाप्त करने के लिए अभी भी कई चुनौतियाँ बाकी हैं, लेकिन 5G का यह विस्तार भारत को वैश्विक डिजिटल शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।


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