वाड्रा की संपत्ति पर BJP का वार: प्रियंका के हलफनामे में खुलासा या गुमराह
के कुमार आहूजा 2024-10-27 16:25:04
प्रियंका गांधी वाड्रा के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में नामांकन भरते ही विवादों ने जोर पकड़ लिया है। BJP ने रॉबर्ट वाड्रा की घोषित संपत्ति पर सवाल उठाते हुए, कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। क्या यह वाकई एक मुद्दा है या केवल ध्यान भटकाने की रणनीति?
वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा के नामांकन के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बार फिर वाड्रा परिवार की संपत्ति को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। BJP के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया कि प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति का विवरण, आयकर विभाग द्वारा मांगे गए कर की तुलना में काफी कम है।
गौरव भाटिया ने बताया कि आयकर विभाग ने 2010-2011 में रॉबर्ट वाड्रा पर 7 करोड़ रुपये, 2011-2012 में 3 करोड़ रुपये, 2013-2014 में 11 करोड़ रुपये, और 2014-2015 में 10 करोड़ रुपये का कर बकाया बताया था। इन चार वर्षों में वाड्रा पर कुल 75 करोड़ रुपये की कर मांग थी। भाटिया ने कांग्रेस परिवार पर सवाल उठाते हुए कहा, "पूरे देश को जवाब चाहिए कि यह संपत्ति कैसे अर्जित की गई?"
BJP ने गांधी परिवार पर एक और हमला करते हुए कहा कि जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने नामांकन पत्र भरा, तो कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, जो दलित समुदाय से आते हैं, को बाहर खड़ा रखा गया। भाटिया ने इसे कांग्रेस के 'दलितों का उपयोग करने' की नीति बताया और कहा कि गांधी परिवार केवल सत्ता अपने हाथ में रखना चाहता है।
वहीं, कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। कांग्रेस के प्रवक्ता प्रणव झा ने BJP पर झूठ फैलाने और जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। झा ने बताया कि नामांकन के समय कमरे में केवल पांच लोगों को रहने की अनुमति थी, जिसके चलते खड़गे और अन्य नेताओं को बाहर इंतजार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल बाद में कमरे के अंदर चले गए थे।
इस विवाद के बीच, रॉबर्ट वाड्रा ने अपने बयान में कहा, “मैंने कुछ गलत नहीं किया है और मैं किसी भी जांच एजेंसी का सामना करने के लिए तैयार हूं।” उन्होंने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब केवल लोगों का ध्यान असली मुद्दों से हटाने की कोशिश है।
इस घटना ने एक बार फिर वाड्रा परिवार की संपत्ति और कांग्रेस पार्टी के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि BJP इस तरह के विवादों के जरिए असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है। आगामी चुनावों में यह विवाद कितना असर डालेगा, यह देखने वाली बात होगी।