सरकार का बड़ा कदम: उड़ान योजना का 10 साल का विस्तार, छोटे शहरों की हवाई कनेक्टिविटी में सुधार
के कुमार आहूजा 2024-10-24 05:39:16
हवाई यात्रा अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं रही। सरकार द्वारा ‘उड़ान’ (UDAN) योजना का 10 वर्षों के लिए विस्तार किया गया है, जिससे भारत के दूर-दराज़ के क्षेत्रों को बेहतर हवाई कनेक्टिविटी मिलेगी। इस योजना ने छोटे शहरों के नागरिकों के लिए उड़ान भरने के सपने को साकार किया है।
विस्तृत रिपोर्ट:
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई ‘उड़ान’ (UDAN) योजना, जिसे उड़े देश का आम नागरिक के नाम से भी जाना जाता है, ने पिछले 8 सालों में देश में हवाई यात्रा की दिशा बदल दी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों को मुख्यधारा के हवाई मार्गों से जोड़ना है। योजना के अंतर्गत 601 हवाई मार्गों को शुरू किया गया है, जिससे 86 हवाई अड्डों का संचालन हो चुका है। अब तक लगभग 1.44 करोड़ यात्रियों ने इस योजना का लाभ उठाया है।
इस योजना की शुरुआत 27 अप्रैल 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के शिमला से दिल्ली के बीच की पहली उड़ान के साथ की गई थी। इस योजना का फोकस उन क्षेत्रों में हवाई संपर्क बढ़ाने पर है जहां पहले हवाई सेवा उपलब्ध नहीं थी, और इससे आम नागरिकों के सपनों को उड़ान मिली है।
योजना का विस्तार और रोजगार सृजन:
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के अनुसार, इस योजना का विस्तार 10 और वर्षों के लिए किया गया है। इससे न केवल हवाई कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि नए हवाई मार्गों के खुलने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। खासकर क्षेत्रीय एयरलाइंस के उदय से स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिला है। Flybig, Star Air, IndiaOne Air और Fly91 जैसी छोटी क्षेत्रीय एयरलाइंस इस योजना के अंतर्गत अपनी सेवाओं को सफलतापूर्वक चला रही हैं।
इस योजना से हवाई जहाजों की मांग में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे नए विमानों के ऑर्डर भी बढ़ रहे हैं। आने वाले 10-15 वर्षों में 1,000 से अधिक नए विमान भारत में आ जाएंगे, जो वर्तमान में 800 विमानों के बेड़े से काफी बड़ी संख्या है।
पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान:
‘उड़ान’ योजना न केवल छोटे शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने में मदद कर रही है, बल्कि इसका बड़ा योगदान पर्यटन क्षेत्र में भी देखा जा रहा है। UDAN 3.0 के तहत, पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए नए हवाई मार्ग विकसित किए गए हैं। इसके साथ ही, UDAN 5.1 के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे पर्यटन, आतिथ्य और स्थानीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिल रहा है।
यह योजना केवल अंतिम मील हवाई कनेक्टिविटी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पर्यटन और व्यापार को भी प्रोत्साहन देना है। हवाई अड्डों का बढ़ता विस्तार और सेवाओं का विस्तार इस बात का प्रमाण है कि सरकार का यह कदम आम नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सरकार का ‘उड़ान’ योजना का 10 साल का विस्तार न केवल हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भारत के विकास की एक नई दिशा भी दिखा रहा है। इस योजना के तहत छोटे शहरों के लोग अब हवाई यात्रा का आनंद उठा सकेंगे, और इससे रोजगार, पर्यटन और आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।