पुंछ में पाकिस्तान के ड्रोन पर भारतीय सेना का हमला, आतंकवाद फैलाने की साजिश नाकाम
के कुमार आहूजा 2024-10-24 04:48:35
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सीमा के पास एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई। भारतीय सेना ने मंगलवार को नियंत्रण रेखा (LoC) के पास मंडराते एक पाकिस्तानी ड्रोन पर फायरिंग कर उसे गिराने का प्रयास किया। यह घटना सीमा पर बढ़ते ड्रोन हमलों की गंभीरता को उजागर करती है, जिनका इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए किया जा रहा है।
विस्तृत रिपोर्ट:
अधिकारियों के अनुसार, पुंछ जिले के नियंत्रण रेखा के निकट मंगलवार को भारतीय सैनिकों ने एक पाकिस्तानी ड्रोन को देखा। ड्रोन सीमा के आसपास मंडरा रहा था, जिसके बाद सेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उस पर गोलियां चलाईं। सेना का कहना है कि शाहपुर सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन को भारतीय सीमा में घुसते हुए देखा गया। भारतीय सेना ने ड्रोन पर आठ से दस राउंड फायरिंग कर जवाब दिया, जिसके बाद ड्रोन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में वापस चला गया। संभावित खतरे का मूल्यांकन करने के लिए इलाके में तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया गया है।
पिछले पांच वर्षों में आतंकवादी संगठनों ने पाकिस्तान की सेना के सहयोग से इन ड्रोन का उपयोग हथियार और नकदी की तस्करी के लिए किया है। इनका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना है। ड्रोन विशेष रूप से जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों के अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC के मैदानी इलाकों में सक्रिय देखे गए हैं।
आतंकी साजिश में ड्रोन की भूमिका:
पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ये ड्रोन अक्सर हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नकदी लेकर आते हैं, जो भारत में सक्रिय आतंकवादियों या उनके सहयोगियों (OGWs) द्वारा उठाए जाते हैं। ये ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) आतंकियों को लॉजिस्टिक समर्थन प्रदान करते हैं, जैसे कि भोजन, आश्रय, सुरक्षा बलों के खिलाफ निगरानी, और हथियारों का परिवहन।
OGWs साधारण नागरिकों के रूप में होते हैं, जिनके पास कोई हथियार नहीं होता, लेकिन वे आतंकियों के लिए महत्वपूर्ण सहयोगी होते हैं। कई बार, ये लोग व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए आतंकियों से सुरक्षा बलों के 'सूत्रधार' के रूप में किसी नागरिक को निशाना बनवाते हैं।
हालिया घटनाएँ:
सितंबर 2023 में भी, सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में एक ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार बरामद किए थे। बीएसएफ और पुलिस ने रामगढ़ सेक्टर में ड्रोन से गिराई गई तीन पिस्तौलें बरामद की थीं। यह घटनाएं स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि कैसे सीमा पार से लगातार आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
बहरहाल, सीमा पर बढ़ते ड्रोन हमलों ने सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया है। भारतीय सेना और सुरक्षा बल लगातार इन खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों का कड़ा पहरा और सतर्कता ही आतंकवाद के इस नए हथकंडे को विफल कर सकती है।