ऑक्सीजन सिलेंडर विस्फोट से जानलेवा हादसा, गर्भवती महिला सहित छह लोगों की दर्दनाक मौत


के कुमार आहूजा  2024-10-23 21:13:37



 

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को शोक में डूबा दिया। ऑक्सीजन सिलेंडर में हुए भीषण विस्फोट ने छह लोगों की जान ले ली, जिनमें एक 9 महीने की गर्भवती महिला तमन्ना भी शामिल थी। हादसा इतना भयानक था कि इसने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी, और आज पीड़ितों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है।

हादसे की घटना

दरअसल, हादसे में मारी गई गर्भवती तमन्ना की माँ को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिसके चलते ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाया गया था जिसके फटने से यह त्रासदी सामने आई। हादसे में गर्भवती महिला तमन्ना के अलावा परिवार के पांच लोग भी अपनी जान गंवा बैठे। विस्फोट इतना तेज़ था कि परिवार के सभी लोग इसकी चपेट में आ गए और मौके पर हाहाकार मच गया। 

गर्भवती महिला की मौत ने बढ़ाई दर्द की गहराई

तमन्ना, जो कि 9 महीने की गर्भवती थी, की मौत ने पूरे मामले को और भी ज्यादा भावनात्मक बना दिया है। परिवार और क्षेत्र के लोग इस दुखद घटना से सदमे में हैं। तमन्ना के परिवार की उम्मीदें और उनकी खुशियों की प्रतीक्षा इस हादसे में तबाह हो गई। गर्भवती होने के चलते यह मौत और भी ज्यादा पीड़ादायक मानी जा रही है।

विस्फोट के कारण और बचाव की स्थिति

प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह दुर्घटना ऑक्सीजन सिलेंडर के ब्लास्ट होने से हुई है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि विस्फोट का कारण क्या था—क्या यह सिलेंडर में तकनीकी खराबी थी या इसे लेकर सुरक्षा मानकों में कोई लापरवाही बरती गई थी। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही, सुरक्षा जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटना को टाला जा सके।

क्षेत्र में फैली शोक की लहर

इस हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। पूरे इलाके में गहरा दुःख और आक्रोश व्याप्त है। आज सभी मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्थानीय निवासियों और प्रशासन ने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और इस हादसे की गहन जांच की मांग की है ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो सके।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। ऑक्सीजन सिलेंडर जैसे खतरनाक सामग्री के संचालन और उपयोग में लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं। सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।


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