चक्रवात दाना से दक्षिण बंगाल पर संकट के बादल, मछुआरों को चेतावनी
के कुमार आहूजा 2024-10-23 21:06:42
दक्षिण बंगाल एक बार फिर चक्रवात 'दाना' के खतरे का सामना कर रहा है। इस चक्रवात के कारण क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है, जिससे तटीय जिलों में आपदा का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन पहले से ही सतर्क है और इस आपात स्थिति से निपटने के लिए कमर कस चुका है।
तैयारी और सुरक्षा उपाय
पूर्व मेदिनीपुर जिला प्रशासन ने संभावित नुकसान से बचने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं। प्रशासन ने तटीय इलाकों की निगरानी बढ़ा दी है, मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और राहत सामग्री का भंडारण कर लिया गया है। स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगातार आपातकालीन बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले नागरिकों को भी सतर्क किया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। इसके अलावा, समुद्र के पास के गांवों में रहने वाले लोगों को घरों में रहने और बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
हालाँकि, प्रशासन की चेतावनी के बावजूद आज सुबह 8 बजे समुन्द्र किनारे लोगों का हुजूम देखने को मिला। समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा जारी एक विडियो में देखा जा सकता है कि एनडीआरएफ की टीम तैयार है। वहीं, दूसरी और समुन्द्र से उठती तेज लहरों का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में लोग समुन्द्र तट पर दिखाई दे रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'दाना' के कारण बंगाल की खाड़ी में भारी बारिश की संभावना है, जिससे पूर्व और दक्षिण बंगाल के तटीय जिलों में बाढ़ और जलभराव जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है, क्योंकि समुद्र में तेज़ हवाएं और ऊंची लहरें उठने की संभावना है।
प्रशासन ने चक्रवात 'दाना' से निपटने के लिए हरसंभव तैयारी कर ली है, लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए लोगों को भी सतर्क रहना होगा। तटीय इलाकों में निवासियों और मछुआरों को सरकार के निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है।