वक्फ संशोधन बिल पर गरमाया माहौल: टीएमसी सांसद ने फोड़ी बोतल, संसदीय समिति की बैठक स्थगित


के कुमार आहूजा  2024-10-23 11:33:50



 

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर आयोजित संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में बहस के दौरान माहौल अचानक इतना गरमा गया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बनर्जी ने आपा खोते हुए एक कांच की बोतल तोड़ दी। इस घटना ने संसद के गलियारों में खलबली मचा दी, जिससे विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच पहले से तनावपूर्ण माहौल और गहरा गया।

विस्तृत रिपोर्ट:

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर हो रही JPC की बैठक में उस समय तनाव चरम पर पहुंच गया, जब ओडिशा के कटक स्थित संगठनों "जस्टिस इन रियलिटी" और "पंचसखा प्रचार" के प्रतिनिधि अपनी बात रख रहे थे। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, जो पहले ही कई बार बिना अनुमति के बोल चुके थे, एक बार फिर बोलने का प्रयास कर रहे थे। इस पर बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने आपत्ति जताई, जिससे तीखी बहस छिड़ गई।

बात इतनी बिगड़ गई कि बहस के दौरान बनर्जी ने एक कांच की पानी की बोतल तोड़ दी, जिससे वे खुद घायल हो गए। फिर, बोतल के टुकड़े समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल की ओर फेंके गए। घटना के बाद बैठक को तुरंत स्थगित कर दिया गया, और दोनों पक्षों के सांसदों ने एक-दूसरे पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया।

बताया जा रहा है कि बनर्जी के हाथ में चार टाँके आए हैं। बैठक के बाद AIMIM चीफ असद्दुद्दीन ओवैसी बनर्जी का हाथ पकड़ कर बाहर आते दिखाई दिए। 

तनाव के बाद बैठक स्थगित:

यह पहली बार नहीं है जब वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई हो। इससे पहले भी अक्टूबर 15 को JPC की एक बैठक में भारी विवाद हुआ था, जिसके चलते विपक्षी सांसदों ने अस्थायी रूप से वाकआउट किया था। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि उन्हें बोलने का पर्याप्त मौका नहीं दिया जा रहा है और सत्ताधारी दल के सांसदों के व्यवहार से वे खफा हैं। हालांकि, बाद में विपक्षी सदस्य बैठक में लौट आए थे।

बनर्जी के निलंबन का फैसला:

बैठक के बाद, कल्याण बनर्जी को उनके बर्ताव के लिए JPC की अगली बैठक से निलंबित कर दिया गया। यह निर्णय 9-7 वोटों के अंतर से लिया गया, जिसमें बनर्जी को एक सत्र के लिए बैठक में भाग लेने से रोक दिया गया है। यह निलंबन सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच विवाद को और गहरा सकता है।

वक्फ संशोधन बिल पर विवाद:

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024, जिसे 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था, तब से ही चर्चा का विषय बना हुआ है। विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार करना है, लेकिन इसके कुछ प्रावधानों पर आलोचना भी हो रही है। विधेयक को JPC को भेजा गया है, जो विभिन्न हितधारकों से परामर्श कर रही है, और ये चर्चाएं अभी जारी हैं।

वक्फ संशोधन विधेयक पर हो रही तीखी बहस, खासकर JPC की बैठक में हुई इस घटना ने संसद में माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया है। इस घटना ने न केवल विधेयक को बल्कि सांसदों के बीच के रिश्तों को भी चर्चा का केंद्र बना दिया है। अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर आगे की रणनीति क्या होगी और क्या इस विधेयक को लेकर कोई सामंजस्य बन पाएगा।


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