सोनमर्ग आतंकी हमले के बाद अफवाहें उड़ने लगीं, प्रशासन ने दिया साफ जवाब


के कुमार आहूजा  2024-10-23 08:11:26



 

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों का सिलसिला शुरू हो गया। इस हमले में सात लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद गैर-स्थानीय मजदूरों को घाटी छोड़ने की अफवाहें फैलने लगीं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए स्थिति स्पष्ट की है।

विस्तृत रिपोर्ट:

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को उन अफवाहों का खंडन किया जिसमें कहा जा रहा था कि स्थानीय प्रशासन गैर-स्थानीय मजदूरों को घाटी छोड़ने के लिए कह रहा है। यह अफवाहें हाल ही में हुए गगनगीर आतंकी हमले के बाद फैली थीं, जिसमें सात निर्दोष नागरिक मारे गए थे। पुलिस के आईजीपी (कश्मीर) ने इन अफवाहों को गलत बताते हुए अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर जानकारी दी कि ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है।

पुलिस ने कहा, "जम्मू-कश्मीर पुलिस सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और एक सुरक्षित माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि सभी व्यक्ति बिना किसी डर के अपने जीवन-यापन के कार्यों को जारी रख सकें।" साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही इस प्रकार की झूठी जानकारी पर ध्यान न दें।

सियासी बयानबाजी के बीच अफवाहों को मिली हवा:

इन अफवाहों को फैलने का एक कारण पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का एक्स पर किया गया एक पोस्ट भी माना जा रहा है। महबूबा ने अपने पोस्ट में लिखा, "सोनमर्ग में हुए बर्बर हमले के बाद ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि स्थानीय प्रशासन गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत घाटी छोड़ने के लिए कह रहा है।"

उन्होंने कहा कि इस तरह का दबाव बनाना समाधान नहीं है और इससे केवल मुश्किलें बढ़ेंगी। उन्होंने इसे एक गलत संदेश बताते हुए कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव हुए हैं और इस प्रकार की प्रतिक्रिया से घाटी में स्थायित्व पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। साथ ही, इससे देश के अन्य राज्यों में कश्मीरी मजदूरों और छात्रों के प्रति गुस्सा बढ़ सकता है। महबूबा ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की।

प्रशासन ने की स्थिति स्पष्ट:

जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन ने महबूबा मुफ्ती के बयान और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों को सिरे से नकार दिया। पुलिस ने जोर देकर कहा कि ऐसी किसी भी तरह की अफवाहों को फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने घाटी में रह रहे सभी लोगों को सुरक्षा का पूरा आश्वासन दिया है और जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।

हमले के बाद घाटी की स्थिति:

गगनगीर आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ रखा है ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। स्थानीय लोगों और प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं, ताकि घाटी में शांति और स्थिरता बनी रहे।

जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के प्रयासों के बीच, प्रशासन की यह कोशिश है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचा जाए और लोगों में अनावश्यक भय का माहौल न बने। घाटी में सभी लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह सक्रिय है।


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