स्व. इंजीनियर रामस्वरूप जाखड़ की स्मृति में सम्मान समारोह: 66 प्रतिभाओं का सम्मान


के कुमार आहूजा  2024-10-22 15:27:01



 

बीकानेर में आयोजित एक विशेष "सम्मान समारोह" में स्वर्गीय इंजीनियर रामस्वरूप जाखड़ की स्मृति को जीवंत किया गया, जहां समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 66 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल समाज के प्रति रामस्वरूप जाखड़ के योगदान को याद करता है, बल्कि युवा पीढ़ी को भी प्रेरित करता है।

विस्तृत रिपोर्ट:

बीकानेर के संस्कार सीनियर सेकंडरी स्कूल, उदासर रोड पर रविवार को स्व. इंजीनियर रामस्वरूप जाखड़ की स्मृति में आयोजित "सम्मान समारोह" ने कई प्रतिभाओं को एक मंच पर एकत्रित किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रति उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वालों को सम्मानित करना था, जिसमें लगभग 66 व्यक्तियों को उनके कौशल, सृजनात्मक सोच और समाज में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि और वक्ताओं के विचार:

इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वीरेंद्र बेनिवाल (पूर्व गृह एवं परिवहन मंत्री, राजस्थान सरकार) उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में स्व. रामस्वरूप जाखड़ द्वारा IGNP (इंदिरा गांधी नहर परियोजना) में दिए गए अविस्मरणीय योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्व. जाखड़ ने किसान समाज के लिए न केवल तकनीकी सेवाएं दीं बल्कि समाज सुधार में भी प्रेरणादायी कार्य किए।

श्रीमती शारदा एच.एल. ढाका (उप प्राचार्य, डाइट बीकानेर) ने भी उनके योगदान की सराहना की और कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने नहर निर्माण के कार्य में अपना अतुलनीय योगदान दिया।

डॉ. देवाराम गोदारा ने समारोह की महत्ता पर चर्चा करते हुए इसे एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान समारोह समाज के लोगों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।

समाज में सकारात्मक बदलाव के प्रतीक:

डॉ. ओमप्रकाश जाखड़ (प्राचार्य, इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर) ने इस पहल को सराहा और इसे समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

समारोह में डॉ. देवाराम कांकर (योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ) ने प्राकृतिक चिकित्सा की महत्ता पर चर्चा की और बताया कि कैसे यह आज के समय में महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्व. भीमसेन चौधरी के योगदान को भी याद किया, जिन्होंने 1951 में प्राकृतिक चिकित्सा के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

यशविंद्र चौधरी ने गो सेवा और प्रकृति के प्रति मानवीय मूल्यों का महत्व बताया और कहा कि ये मूल्यों को बढ़ावा देना समाज के सुधार के लिए अनिवार्य है।

समारोह के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान:

इस आयोजन को सफल बनाने में सुभाष भाखर, पुरोषॊतम भाकर, विवेक अग्रवाल, और श्रीमती नीति शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। समारोह का मंच संचालन संतोष कुमार तिवारी द्वारा सफलता पूर्वक किया गया।

आने वाले सम्मान समारोह की घोषणा:

समारोह के अंत में विक्रम स्वरूप जाखड़ ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और आगामी 24 अक्टूबर 2024 को स्व. रामस्वरूप जाखड़ की स्मृति में उनके पैतृक गाँव घमंडिया, तहसील सूरतगढ़, जिला श्रीगंगानगर में एक और सम्मान समारोह की घोषणा की। इस आयोजन में राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल घमंडिया के 10वीं और 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।

साथ ही, इस अवसर पर एक नि:शुल्क नेत्र रोग जांच शिविर का भी आयोजन होगा, जिसमें ग्रामवासियों के नेत्रों की जांच की जाएगी। डॉ. सपना बवेजा (चिकित्सा अधिकारी, राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सूरतगढ़) इस शिविर में अपनी सेवाएं प्रदान करेंगी।

यह समारोह स्व. रामस्वरूप जाखड़ की स्मृति को समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान के रूप में जीवित रखता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है। समाज के हित में आयोजित इस प्रकार के सम्मान समारोह न केवल व्यक्तियों के प्रयासों की सराहना करते हैं बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय सुधार के प्रति लोगों को प्रेरित भी करते हैं।


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