बिहार में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत, पहले ड्राई पोर्ट और आईसीडी का हुआ शुभारम्भ
के कुमार आहूजा 2024-10-22 14:48:24
बिहार के औद्योगिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। राज्य के पहले ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) का उद्घाटन कर दिया गया है, जो राज्य की व्यापारिक संभावनाओं को नए आयाम देगा। इस नये युग की शुरुआत से न केवल व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य के निर्यात में भी बड़ा बदलाव देखा जाएगा। आइए जानते हैं, इस ऐतिहासिक कदम के बारे में विस्तार से।
विस्तृत रिपोर्ट:
पटना के बिठा में बिहार के पहले ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) का उद्घाटन किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर बिहार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नितीश मिश्रा ने नई सुविधाओं की घोषणा की, जिससे राज्य के औद्योगिक और निर्यात क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। इस मौके पर पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के दानापुर मंडल के डीआरएम जयंत चौधरी और कस्टम्स के मुख्य आयुक्त अजय सक्सेना भी उपस्थित थे।
रेलवे और कस्टम्स का समर्थन:
इस अवसर पर दानापुर मंडल के डीआरएम जयंत चौधरी ने कहा, "रेलवे का सहयोग निरंतर रहेगा। हम हर आवश्यक स्थान से माल की आवाजाही को सुगम बनाएंगे। लोडिंग के बाद यह माल अन्य स्थानों के लिए रवाना होगा।" उनके अनुसार, रेलवे इस ड्राई पोर्ट के माध्यम से माल की त्वरित प्रोसेसिंग और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।
कस्टम्स के मुख्य आयुक्त अजय सक्सेना ने भी इस उद्घाटन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, "माननीय मंत्री द्वारा आईसीडी के उद्घाटन के साथ, स्थानीय निर्यातकों के लिए महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।" उन्होंने यह भी बताया कि इस सुविधा से राज्य के व्यापारियों को अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेजने में काफी आसानी होगी।
बिहार के उद्योग को मिलेगी नई दिशा:
उद्योग और पर्यटन मंत्री नितीश मिश्रा ने इस मौके पर कहा, "आज का दिन बिहार के उद्योग के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। भौगोलिक सीमाओं के कारण बिहार के निर्यातकों को अब तक सीमित अवसर मिलते थे। लेकिन अब इस ड्राई पोर्ट और आईसीडी की सुविधा से बिहार के उत्पाद अन्य देशों तक पहुंच सकेंगे।"
मिश्रा ने यह भी कहा कि इस नई सुविधा से राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह कदम बिहार के छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि इससे उन्हें भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा।
ड्राई पोर्ट और आईसीडी के लाभ:
बिहार के पहले ड्राई पोर्ट के रूप में यह सुविधा राज्य के निर्यातकों के लिए एक वरदान साबित होगी। अब स्थानीय उत्पाद, विशेषकर कृषि, हस्तशिल्प, और लघु उद्योग के उत्पाद, वैश्विक बाजारों में आसानी से भेजे जा सकेंगे। पहले जहां बिहार को समुद्री बंदरगाहों तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, अब इस सुविधा से समय और धन की बचत होगी।
रेलवे और कस्टम्स की ओर से दिए गए समर्थन से यह सुनिश्चित होगा कि बिहार से निर्यात होने वाले उत्पादों की त्वरित प्रोसेसिंग हो और देश-विदेश के बाजारों तक उनकी आसानी से पहुंच हो।
बिहार के बिठा में ड्राई पोर्ट और आईसीडी के उद्घाटन के साथ, राज्य के उद्योग और निर्यात क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। यह कदम राज्य को आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बनाएगा और बिहार की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगा। इस ड्राई पोर्ट से बिहार के व्यापारी और किसान अब अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी दरों पर बेच सकेंगे।