मिड-फ्लाइट में डॉक्टर ने बचाई बुजुर्ग यात्री की जान, निकाला 800 ml पेशाब


के कुमार आहूजा  2024-10-22 11:06:57



 

एक विमान यात्रा के दौरान, दिल्ली से यूके जा रहे एक फ्लाइट में तब बड़ा संकट खड़ा हो गया जब एक बुजुर्ग यात्री की सेहत अचानक बिगड़ने लगी। उनके मूत्राशय में रुकावट के कारण वे पेशाब नहीं कर पा रहे थे, जिससे उनका जीवन खतरे में आ गया। लेकिन सौभाग्य से, उसी फ्लाइट में एक डॉक्टर मौजूद थे जिन्होंने अपनी चिकित्सा कुशलता से बुजुर्ग की जान बचाई। इस घटना ने पूरे विमान में सबको चौंका दिया, और एक बार फिर साबित हुआ कि डॉक्टर को धरती का भगवान क्यों कहा जाता है। 

विस्तृत रिपोर्ट:

घटना में 65 वर्षीय बुजुर्ग यात्री फ्लाइट के दौरान बार-बार टॉयलेट जाने के बावजूद पेशाब नहीं कर पा रहे थे। उनकी हालत तेजी से बिगड़ रही थी और उन्होंने फ्लाइट क्रू को इस समस्या से अवगत कराया। फ्लाइट क्रू ने उन्हें अस्थायी राहत के लिए सूखी बर्फ दी, लेकिन यह समाधान कारगर नहीं हुआ। ऐसे में उनकी जान बचाने के लिए डॉक्टर को बुलाया गया।

डॉ. ऋची गुप्ता की बहादुरी:

इस मौके पर, फ्लाइट में मौजूद डॉ. ऋची गुप्ता, जो दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग के प्लास्टिक, कॉस्मेटिक और पुनर्निर्माण सर्जरी के निदेशक हैं, ने स्थिति को संभाला। उन्होंने देखा कि बुजुर्ग के मूत्राशय में लगभग 800 मिलीलीटर पेशाब भरा हुआ था, जिसे तुरंत निकाले जाने की आवश्यकता थी। फ्लाइट में उपलब्ध सीमित चिकित्सा उपकरणों जैसे कैथेटर, जैली, और सिरिंज का उपयोग करके उन्होंने सफलतापूर्वक पेशाब निकाल दिया, जिससे बुजुर्ग यात्री को राहत मिली।

संजीदा स्थिति:

डॉ. गुप्ता ने बाद में बताया कि यदि समय पर यह पेशाब नहीं निकाली जाती, तो मूत्राशय फट सकता था, जिससे बुजुर्ग को जान का खतरा हो सकता था। इसके अलावा, यह स्थिति गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि मूत्र संक्रमण और किडनी डैमेज का कारण भी बन सकती थी।

सहयात्रियों और क्रू की तारीफ:

फ्लाइट क्रू और सहयात्रियों ने डॉक्टर की त्वरित प्रतिक्रिया और साहसिक कदमों की सराहना की। क्रू ने इस घटना के दौरान तुरंत निर्णय लिया और डॉक्टर को स्थिति से अवगत कराया, जो समय पर सही कदम उठाने में सक्षम हुए और एक जान को सुरक्षित बचाया जा सका।


global news ADglobal news ADglobal news AD