शिक्षिका पर लगा विवादास्पद अनुवाद का आरोप, PM मोदी का मजाक उड़ाने का मामला गरमाया
के कुमार आहूजा 2024-10-22 05:40:13
बिहार के गोपालगंज जिले में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति विवादास्पद अनुवाद सिखाने का आरोप लगा है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब छात्रों ने अपने माता-पिता को शिक्षिका के खिलाफ शिकायत की। क्या यह मामला शिक्षा के नैतिक मूल्यों को चुनौती दे रहा है? आइए जानते हैं पूरी कहानी।
विस्तृत रिपोर्ट:
गोपालगंज जिले के जेतपुर रुड्रापुर में स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई करने वाली छात्रों ने अपनी शिक्षिका सुल्ताना खातून पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कक्षा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में "अश्लील अनुवाद" सिखाया। यह घटना 5 अक्टूबर को हुई थी, जब शिक्षिका ने कथित तौर पर छात्रों को विवादास्पद अनुवाद करने के लिए कहा।
छात्रों ने इस मामले की जानकारी अपने माता-पिता को दी, जिसके बाद अभिभावकों ने संबंधित क्षेत्र के बीईओ (बेसिक शिक्षा अधिकारी) कार्यालय में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। अभिभावकों ने शिकायत में लिखा कि पिछले कुछ दिनों से सुल्ताना खातून ने छात्रों को राजनीतिक विषयों पर अनुवाद करने का कार्य दिया है, जो न केवल असामान्य है बल्कि उनके दृष्टिकोण से अस्वीकार्य भी है।
बीईओ लखिंदर दास ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अश्लील टिप्पणियां करना एक सार्वजनिक सेवक के लिए उचित नहीं है। इसलिए, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। जब तक उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तब तक हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।"
जिलाधिकारी का संज्ञान:
गोपालगंज के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और कहा है कि अगर आरोप सही पाए गए तो शिक्षिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इससे यह साफ होता है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश सिंह ने बताया कि आरोपित शिक्षिका सुल्ताना खातून स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाती हैं और छात्रों द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं। स्थानीय निवासियों ने भी शिक्षिका को स्कूल से हटाने की मांग की है, जिससे साफ होता है कि इस मामले ने शिक्षा की नैतिकता और राजनीति के बीच एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म दिया है।