करवा चौथ के दिन जहरीला खाना देकर पति की हत्या, पत्नी गिरफ्तार


के कुमार आहूजा  2024-10-22 04:59:46



 

करवा चौथ का त्योहार जहां एक ओर पति-पत्नी के रिश्ते की मजबूती का प्रतीक माना जाता है, वहीं इस बार उत्तर प्रदेश के सिराथू इलाके से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, जहां एक महिला पर अपने ही पति को जहरीला खाना खिलाकर हत्या करने का आरोप लगा है।

विस्तृत रिपोर्ट:

सिराथू क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव में करवा चौथ के दिन एक दर्दनाक घटना ने सबको चौंका दिया। 32 वर्षीय शैलेश, करवा चौथ की रात अपनी पत्नी द्वारा बनाए गए खाने को खाने के बाद अचानक बीमार हो गए और उनकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारी अवधेश कुमार विश्वकर्मा के अनुसार, शैलेश की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

शैलेश के परिवार ने उनकी पत्नी सविता (30) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का दावा है कि सविता ने जानबूझकर खाने में जहर मिलाकर शैलेश की हत्या की। इस घटना के बाद, पुलिस ने सविता को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

मामले की जांच और कानूनी प्रक्रिया:

सिराथू के सर्कल ऑफिसर अवधेश कुमार ने बताया कि शैलेश के परिवार द्वारा की गई शिकायत के आधार पर, सविता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या) और धारा 123 (जहर देने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मामले की जांच तेजी से की जा रही है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह अपराध व्यक्तिगत द्वेष का नतीजा था या इसके पीछे कुछ और गहरी वजहें थीं। फिलहाल, सविता हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।

घटना के पीछे की संभावित वजहें:

हालांकि अभी तक सविता द्वारा जहर देने के पीछे के सटीक कारणों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं अक्सर घरेलू विवादों या रिश्तों में तनाव का परिणाम होती हैं। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सविता और शैलेश के बीच किसी प्रकार का विवाद था या नहीं, और अगर था, तो उसकी गंभीरता कितनी थी।

समाज में बढ़ती घरेलू हिंसा की घटनाएं:

यह घटना इस ओर इशारा करती है कि भारतीय समाज में घरेलू हिंसा और वैवाहिक संबंधों में तनाव के कारण गंभीर अपराध हो सकते हैं। ऐसे त्योहार, जो आमतौर पर पति-पत्नी के बीच प्यार और वफादारी का प्रतीक होते हैं, इस प्रकार की घटनाओं से धूमिल हो जाते हैं।

सिराथू की इस घटना ने करवा चौथ जैसे प्रेम और विश्वास के पर्व पर एक काला धब्बा छोड़ दिया है। पुलिस की जांच से ही यह पता चलेगा कि यह अपराध किन परिस्थितियों में किया गया और इसके पीछे के असल कारण क्या थे। फिलहाल, इस मामले ने समाज में पति-पत्नी के रिश्तों और पारिवारिक तनाव को लेकर नई बहस को जन्म दिया है।


global news ADglobal news ADglobal news AD