23 अक्टूबर को आ सकता है भयंकर चक्रवाती तूफान, बंगाल की खाड़ी में उठा कम दबाव


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-10-21 07:01:19



 

भारत के पूर्वी तटों पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि 23 अक्टूबर को एक खतरनाक चक्रवाती तूफान का रूप लेने वाला है। यह तूफान बंगाल की खाड़ी से उठकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों तक पहुंच सकता है। यह चेतावनी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाले दिनों में इन इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश की संभावना है।

विस्तृत रिपोर्ट: चक्रवात के बनने की प्रक्रिया:

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात बनने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि 20 अक्टूबर की सुबह 5:30 बजे उत्तर अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना, जो दिन में 8:30 बजे तक इसी क्षेत्र में बना रहा।

इस चक्रवात की वजह से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के आसपास अगले 24 घंटों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। 22 अक्टूबर तक, यह कम दबाव का क्षेत्र और मजबूत होकर डिप्रेशन में बदल जाएगा। वहीं, 23 अक्टूबर तक यह चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।

ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर असर:

चक्रवात के ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों तक 24 अक्टूबर की सुबह पहुंचने की संभावना है। इसके चलते इन राज्यों में तेज हवाएं, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठने की चेतावनी दी गई है। यह चक्रवात पश्चिम-उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा और यह संभावना है कि यह चक्रवात इन इलाकों में भारी तबाही मचा सकता है।

SRC ऑफिस द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, संबंधित इलाकों में प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी जा रही है। मछुआरों को भी समुद्र में जाने से रोका जा रहा है।

तैयारियां और सतर्कता:

ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में NDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं। अधिकारियों ने कहा है कि तटीय इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा और लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी। स्थानीय प्रशासन ने कहा कि तूफान के चलते बिजली, जलापूर्ति और संचार सेवाओं में बाधा आने की संभावना है, जिसके लिए आपातकालीन सेवाएं तैयार रखी गई हैं।

मौसम विभाग का अनुमान:

IMD के मुताबिक, चक्रवात के बंगाल की खाड़ी में उठने के बाद इसका प्रभाव और तीव्र हो सकता है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है, जिससे समुद्र तटों पर रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।

चक्रवात से निपटने की तैयारी:

सरकार ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे संभावित नुकसान को कम किया जा सके। समुद्र में नाविकों और मछुआरों को समुद्र से दूर रहने का निर्देश दिया गया है, और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।


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