आर्थिक चुनौतियों से जूझती स्पाइसजेट को मिली राहत: एयरकैसल ने वापसी ली याचिका


के कुमार आहूजा  2024-10-20 12:05:27



 

हाल के घटनाक्रम में, एयरलाइन स्पाइसजेट के लिए राहत की खबर आई है। एयरकैसल, जो कि स्पाइसजेट का लिजिंग पार्टनर है, ने 18 अक्टूबर को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में यह घोषणा की कि वे अपने खिलाफ दायर दिवाला याचिका को वापस लेना चाहते हैं। यह कदम स्पाइसजेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रही है।

विस्तृत रिपोर्ट:

18 अक्टूबर को, एयरकैसल के वकील अजय कुमार और स्पाइसजेट के वकील संजय गुप्ता ने NCLT के समक्ष एक संयुक्त बयान दिया, जिसमें उन्होंने ट्रिब्यूनल से याचिका वापस लेने की अनुमति मांगी। न्यायिक सदस्य महेंद्रन खंडेलवाल और तकनीकी सदस्य डॉ. संजीव रंजन ने स्पष्ट किया कि वापसी की अनुमति केवल तभी दी जाएगी जब एक औपचारिक आवेदन दायर किया जाए।

NCLT ने कहा, "एक आवेदन दायर करें। जितनी जल्दी आप इसे दायर करेंगे, उतनी ही जल्दी हम वापसी की अनुमति देंगे।" वकीलों ने सुझाव दिया कि चूंकि दोनों पक्ष संयुक्त रूप से बयान दे रहे हैं, वापसी तुरंत की जा सकती है। हालांकि, NCLT ने स्पष्ट किया कि बिना आवेदन के वापसी की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह मामला अब 28 नवंबर को सूचीबद्ध किया गया है।

इससे पहले, स्पाइसजेट ने यह घोषणा की थी कि उसने एयरकैसल (आयरलैंड) डिज़ाइनटेड एक्टिविटी कंपनी और विलमिंगटन ट्रस्ट एसपी सर्विसेज (डब्लिन) लिमिटेड के साथ $23.3 मिलियन के विवाद को $5 मिलियन में सुलझा लिया है। दोनों पक्षों के बीच कुछ विमान इंजन के उपचार पर भी समझौता हुआ है।

कानूनी चुनौतियाँ और पूर्व घटनाएँ:

एयरकैसल ने 2023 की शुरुआत में स्पाइसजेट के खिलाफ दिवाला याचिका दायर की थी, और यह पहली बार था जब किसी लिजिंग कंपनी ने ऐसा कदम उठाया। वर्तमान में, स्पाइसजेट को विभिन्न विक्रेताओं और लिजरों से लगभग 10 समान याचिकाओं का सामना करना पड़ रहा है। NCLT ने मई 2023 में एयरकैसल की दिवाला याचिका पर स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया था।

14 अक्टूबर को, एक और विमान लिजर एविएटर ML 29641 लिमिटेड ने दिवाला याचिका दायर की थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि स्पाइसजेट ने ₹58.64 करोड़ की भुगतान चूक की है। इससे पहले, दिल्ली हाई कोर्ट ने स्पाइसजेट को तीन इंजन ग्राउंड करने का आदेश दिया था, जो कि फ्रांसीसी लिजरों के लिए किराए की भुगतान में चूक करने के कारण था।

आगे की राह:

स्पाइसजेट के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, लेकिन एयरकैसल के साथ हालिया समझौता एक सकारात्मक संकेत है। NCLT द्वारा निर्धारित प्रक्रिया और अदालत के आदेशों के पालन के माध्यम से, स्पाइसजेट को अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने का एक मौका मिल सकता है। इस मामले में आगे की सुनवाई 28 नवंबर को होगी, और एयरलाइन की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

यह घटनाक्रम स्पाइसजेट की वित्तीय स्थिरता और लिजिंग कंपनियों के साथ संबंधों को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।


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