करवा चौथ पर व्यापार में भारी उछाल: 22,000 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद
के कुमार आहूजा 2024-10-20 07:12:05
आज पूरा देश करवा चौथ का त्योहार मनाने जा रहा है। इसे लेकर कई दिनों से बाजारों में खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने शनिवार को बताया कि इस बार करवा चौथ पर व्यापार में 22,000 करोड़ रुपये की कमाई होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की बिक्री से 46 प्रतिशत अधिक है। पिछले वर्ष करवा चौथ के अवसर पर बिक्री 15,000 करोड़ रुपये से अधिक थी। यह त्योहार पूरे देश में कल 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
दिल्ली में रिकॉर्ड बिक्री का अनुमान
CAIT के महासचिव और चांदनी चौक के सांसद प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार, करवा चौथ के त्योहार पर पूरे देश में 22,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है, जबकि अकेले दिल्ली में लगभग 4,000 करोड़ रुपये की बिक्री होने की उम्मीद है। यह आंकड़ा पिछले सभी रिकॉर्डों को तोड़ने का संकेत देता है।
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "पिछले दो दिनों से बाजारों में उत्साह का माहौल है। कपड़ों, गहनों, मेकअप, कास्मेटिक्स, उपहारों और पूजा की सामग्रियों की खूब खरीदारी हो रही है।
त्योहारों का कारोबारी महत्व
CAIT की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में मनाए गए जन्माष्टमी पर्व ने 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार उत्पन्न किया। इस उच्च बिक्री के आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि त्योहारी मौसम में उपभोक्ता खर्च में तेजी आती है। व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन के अनुसार, इस वर्ष त्योहारों के मौसम में कुल बिक्री 4 लाख करोड़ रुपये के पार जाने की उम्मीद है। यह त्योहार का मौसम 19 अगस्त को रक्षा बंधन से शुरू हुआ था और 15 नवंबर को तुलसी विवाह के दिन तक चलेगा।
ऑनलाइन बिक्री में भी जोरदार वृद्धि
इस बीच, देश के ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों ने त्योहारों के पहले सप्ताह में 54,500 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की, जो अगले महीने में अनुमानित कुल बिक्री का लगभग 55 प्रतिशत है। Datum Intelligence के नवीनतम डेटा के अनुसार, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों ने 2023 की इसी अवधि की तुलना में 26 प्रतिशत की वृद्धि की है।
उपभोक्ता खर्च की प्रवृत्तियां
इस साल करवा चौथ पर होने वाली भारी बिक्री के पीछे कई कारण हैं, जिनमें बढ़ती उपभोक्ता मांग, बाजारों में हो रहा उत्साह और त्योहारों के दौरान उपभोक्ता खर्च का बढ़ना शामिल हैं। देश की अर्थव्यवस्था में हो रही इस उछाल के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि लोग त्योहारों पर खरीदारी करने के लिए पहले से तैयार रहते हैं। इससे न केवल व्यापारियों को लाभ होता है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक संकेत है।
बहरहाल, करवा चौथ के त्योहार पर व्यापार में अपेक्षित उछाल यह दिखाता है कि भारतीय उपभोक्ता संस्कृति में त्योहारों का महत्व कितना बढ़ गया है। आने वाले समय में, यह अपेक्षित बिक्री न केवल व्यापारियों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
इस तरह की जानकारी से स्पष्ट होता है कि त्योहारों का अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ता है और यह व्यवसायिक विकास का एक प्रमुख स्रोत बनता है।