जयपुर में शरद पूर्णिमा कार्यक्रम के दौरान आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमला, 10 घायल


के कुमार आहूजा  2024-10-19 16:36:17



 

जयपुर के रजनी विहार क्षेत्र में गुरुवार रात शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित धार्मिक जागरण कार्यक्रम में हिंसा भड़क गई, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने आरएसएस के स्वयंसेवकों पर चाकुओं से हमला कर दिया। इस हमले में 10 लोग घायल हो गए, जिनमें से आठ को गंभीर चोटें आईं और उन्हें जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

धार्मिक आयोजन बना हमले का कारण

घटना गुरुवार रात को हुई जब रजनी विहार स्थित एक मंदिर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर जागरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान भक्तों में प्रसाद के रूप में खीर का वितरण किया जा रहा था, तभी स्थानीय दो लोगों ने इस कार्यक्रम के देर रात तक चलने पर आपत्ति जताई। जब उन्हें कार्यक्रम बंद करने के लिए कहा गया तो दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई, जिसने जल्दी ही हिंसक रूप ले लिया।

चाकुओं से किया गया हमला

विवाद के बाद, आरोपियों ने अन्य लोगों को बुला लिया और आरएसएस के स्वयंसेवकों पर चाकुओं से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में 10 स्वयंसेवक घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि इस हिंसक घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है और सुरक्षा के मद्देनज़र इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है।

घायलों की स्थिति और अस्पताल में भर्ती

इस हमले में घायल आठ लोगों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय विधायक गोपाल शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और पुलिस थाने जाकर इस मामले पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने मामला दर्ज किया, जांच जारी

घटना के बाद करणी विहार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि धार्मिक आयोजन के समय आपत्ति जताने वाले स्थानीय लोग ही इस हमले के पीछे हैं, और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।

इलाके में बढ़ी सुरक्षा

पुलिस ने इस घटना के बाद इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। जयपुर में पहले भी ऐसे सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, और इस घटना ने फिर से शहर के सांप्रदायिक सौहार्द पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

यह घटना न सिर्फ धार्मिक असहिष्णुता की ओर इशारा करती है बल्कि जयपुर जैसे शांति प्रिय शहर में भी बढ़ती हिंसा की घटनाओं को उजागर करती है। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में जल्द और सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।


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