रियल एस्टेट बना भारतीय निवेशकों की पहली पसंद, किराए से कमाई की बढ़ती संभावनाओं ने किया आकर्षित 


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-10-19 16:10:52



 

भारतीय निवेशकों के बीच रियल एस्टेट निवेश के लिए सबसे पसंदीदा क्षेत्र बना हुआ है। वर्ष 2023 की पहली छमाही में लगभग 59 प्रतिशत भारतीयों ने रियल एस्टेट को निवेश के लिए अपनी प्राथमिकता बताया। बढ़ते शहरी किराए और प्रीमियम संपत्तियों से किराया आय अर्जित करने की संभावना ने निवेशकों को इस क्षेत्र की ओर आकर्षित किया है। यह जानकारी FICCI और Anarock प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स की एक रिपोर्ट से सामने आई है।

बढ़ती मांग के पीछे प्रमुख कारण

रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बढ़ते किराये के कारण लगभग 57 प्रतिशत निवेशक प्रीमियम प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं ताकि वे इससे किराया आय कमा सकें। इस बढ़ती मांग के चलते रियल एस्टेट बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएं अब बड़े और अधिक सुविधाजनक घरों की ओर बढ़ रही हैं। 51 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने 3 BHK अपार्टमेंट को अपनी पहली पसंद बताया, जो इस बात का संकेत है कि लोग अब बड़े घरों की ओर अधिक रुझान दिखा रहे हैं।

उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताएँ

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 67 प्रतिशत लोग संपत्ति खरीदने के पीछे व्यक्तिगत उपयोग को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि 33 प्रतिशत लोग निवेश के मकसद से संपत्ति खरीद रहे हैं। यह दर्शाता है कि उपभोक्ताओं का मकसद अब सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि अपनी जरूरतों के अनुसार घर खरीदना भी हो गया है।

संपत्ति की कीमतों में भी एक बड़ा बदलाव देखा गया है। जहां पहले लोग 45 से 90 लाख रुपये की संपत्ति खरीदना पसंद करते थे, वहीं अब 28 प्रतिशत लोग 90 लाख से 1.5 करोड़ रुपये के बीच की प्रीमियम संपत्तियों की तरफ रुझान दिखा रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि लोग अब अधिक आरामदायक और शानदार जीवनशैली को प्राथमिकता दे रहे हैं।

तैयार घरों की तुलना में निर्माणाधीन परियोजनाओं की बढ़ती मांग

FICCI के पूर्व अध्यक्ष संदीप सोमानी के अनुसार, उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएँ अब तैयार घरों से हटकर निर्माणाधीन संपत्तियों की ओर शिफ्ट हो रही हैं। इससे पता चलता है कि अब लोग डेवलपर्स और सरकारी नियमों पर अधिक भरोसा कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 की पहली छमाही की तुलना में तैयार घरों की मांग में काफी गिरावट आई है। पहले तैयार घरों का अनुपात 46:18 था, जबकि अब यह 20:25 हो गया है।

भविष्य के लिए महत्वपूर्ण पहलू

रिपोर्ट में बताया गया है कि घर खरीदारों की मुख्य मांगों में समय पर प्रोजेक्ट पूरा होना (98 प्रतिशत), बेहतर निर्माण गुणवत्ता (93 प्रतिशत), और घरों में उचित वेंटिलेशन (72 प्रतिशत) शामिल हैं। हालांकि, 53 प्रतिशत से अधिक खरीदार मौजूदा किफायती आवास विकल्पों से असंतुष्ट हैं। उनका कहना है कि इन परियोजनाओं में स्थान, निर्माण गुणवत्ता और यूनिट साइज़ को लेकर समस्याएं हैं।

SEBI के कार्यकारी निदेशक प्रमोद राव ने बताया कि निवेशकों का भरोसा किसी भी उद्योग की दीर्घकालिक सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि SEBI का ध्यान पारदर्शिता और बेहतर प्रशासनिक नीतियों पर है, जो भविष्य में संस्थागत निवेश को आकर्षित करने में सहायक होंगे।

बहरहाल, रियल एस्टेट में बढ़ती निवेश की प्रवृत्ति और प्रीमियम संपत्तियों की ओर झुकाव से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय बाजार में मांग और उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएँ बदल रही हैं। Anarock प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स के चेयरमैन और फाउंडर अनुज पुरी ने कहा कि यह सर्वे भारतीय रियल एस्टेट बाजार को उपभोक्ताओं के नजरिए से बेहतर समझने का अवसर प्रदान करता है, जो उद्योग के सभी हितधारकों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।


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