दिल्ली के शाहदरा में अग्निकांड: शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दो लोगों की मौत
के कुमार आहूजा 2024-10-19 09:12:05
दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक दर्दनाक अग्निकांड में दो लोगों की मौत हो गई। आग सुबह के समय एक रिहायशी इमारत में लगी थी, जिसके कारण लोगों में अफरातफरी मच गई। यह हादसा तब हुआ जब अधिकांश लोग सो रहे थे, और आग ने कुछ ही समय में इमारत के दो फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के चश्मदीद शौबित गुप्ता ने जानकारी दी कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी और शुरुआती क्षणों में इसे पटाखों की वजह से लगी आग समझा गया।
अग्निकांड की शुरुआत और लोगों की कोशिशें
सुबह 5:05 बजे, शौबित गुप्ता, जो घटनास्थल के पास स्थित एक इमारत में रहते हैं, पूजा के लिए अपनी बालकनी में आए। उन्होंने देखा कि सामने की इमारत से धुएं के साथ लपटें उठ रही थीं। पहले उन्होंने इसे पटाखों की वजह से लगी आग समझा, लेकिन बाद में पता चला कि यह आग एयर कंडीशनर में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। स्थिति गंभीर होते देख, शौबित ने तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया। लेकिन, आग इतनी तेजी से फैली कि ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले लोग बच नहीं सके।
दमकल की देरी और पार्किंग की समस्या
शौबित गुप्ता ने बताया कि दमकल विभाग को घटना स्थल तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लग गया। देरी का एक मुख्य कारण संकरी गलियों में वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग थी, जिससे दमकल की गाड़ियों को घटनास्थल तक पहुंचने में मुश्किलें आईं। हालांकि कुछ लोग भागने में सफल रहे, लेकिन दो लोग आग की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे।
आग के पीछे का कारण और सुरक्षा चिंताएँ
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि आग का मुख्य कारण एसी में शॉर्ट सर्किट था। इस प्रकार की घटनाएँ शहरी इलाकों में सुरक्षा के प्रति लोगों की लापरवाही को दर्शाती हैं, खासकर जब संकरी गलियों में वाहनों की पार्किंग दमकल गाड़ियों के लिए बाधा बन जाती है। दिल्ली में ऐसे हादसों से निपटने के लिए जरूरी है कि भवन निर्माण के समय सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन हो, और स्थानीय प्रशासन संकरी गलियों में अव्यवस्थित पार्किंग जैसी समस्याओं का समाधान करे।
आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग मामले की गहन जांच कर रहे हैं। हादसे में मारे गए लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर से शहरी इलाकों में सुरक्षा उपायों और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता पर सवाल खड़े किए हैं।