नेपाली सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच SSB जवान पर फिर हमला, सुरक्षा के लिए दागी गोलियां
के कुमार आहूजा 2024-10-17 20:53:52
इंडो-नेपाल सीमा पर तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और अब ये भारत-नेपाल संबंधों में तनाव का कारण बन रही हैं। बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल में, भारत-नेपाल की सीमा के पास, एक नया मामला सामने आया है जहाँ तस्करों के एक समूह ने सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान नवीन कुमार पर हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ जब जवान नवीन कुमार तस्करों को नेपाल से भारत में सामान लाने से रोक रहे थे।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
घटना रक्सौल के प्रेमा नगर इलाके में स्तंभ संख्या 390 के पास हुई, जो मैत्री ब्रिज के करीब स्थित है। SSB जवान नवीन कुमार ने जब तस्करों के एक समूह को रोका, तो उन्होंने उन पर हमला कर दिया और उन्हें नो मैन्स लैंड तक घसीटते हुए गाली-गलौच की। तस्करों ने न केवल जवान को घायल किया, बल्कि उनका हथियार छीनने की भी कोशिश की। अपनी सुरक्षा के लिए, जवान ने हवाई फायरिंग की, जिसके बाद तस्कर नेपाल की ओर भाग गए। हमले में जवान को मामूली चोटें आईं और उनकी वर्दी फट गई।
यह पहला मामला नहीं है
यह घटना कोई अलग-थलग मामला नहीं है। इससे पहले, 2 अक्टूबर को भी तस्करों ने SSB जवान अरुण कुमार सिंह पर कुंडवाचैनपुर में बेरहमी से हमला किया था। सिंह पर लाठियों, डंडों और लोहे की छड़ों से हमला किया गया, जिसके बाद उन्हें गंभीर चोटें आईं और अब वे सीतामढ़ी में इलाज करा रहे हैं।
सीमा पर बढ़ता तनाव
सीमा पर लगातार बढ़ती तस्करी की गतिविधियों के चलते दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच तनाव बना हुआ है। नेपाल के सशस्त्र बल, अपराध शाखा, SSB कमांडेंट विकास कुमार और स्थानीय पुलिस इस घटना की जांच कर रहे हैं। SSB कमांडेंट ने पुष्टि की कि जवान नवीन कुमार पर हमला तस्करी को रोकने के प्रयास के दौरान हुआ। इस घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा बलों की सतर्कता और भी बढ़ गई है।
तस्करी का बढ़ता चलन
इंडो-नेपाल सीमा पर तस्करी की घटनाएं हाल के महीनों में तेजी से बढ़ी हैं, खासकर चावल की तस्करी में। भारत सरकार द्वारा जुलाई में गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद, तस्कर नेपाल में चावल की ऊंची कीमतों का फायदा उठाते हुए उसे अवैध रूप से भारत से नेपाल पहुंचा रहे हैं। यह न केवल दोनों देशों के बीच सुरक्षा मुद्दों को उजागर करता है, बल्कि सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए बेहतर सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर देता है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, सुरक्षा एजेंसियां तस्करी करने वाले गिरोह की पहचान करने के प्रयास में जुटी हुई हैं। जांच के दौरान यह भी देखा जा रहा है कि क्या तस्करी के अलावा और भी कोई मंशा इस हमले के पीछे हो सकती है। सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
इंडो-नेपाल सीमा पर बढ़ते तस्करी के मामले भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहे हैं। तस्करों द्वारा बार-बार SSB जवानों पर हमले ने सीमा पर तनाव को और बढ़ा दिया है। इस घटना ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।