बदली की चादर में कैद: CEC राजीव कुमार का हेलीकॉप्टर, आपात लैंडिंग के बाद सुरक्षित
के कुमार आहूजा 2024-10-17 08:49:13
बुधवार को, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण उत्तराखंड के मुनस्यारी के पास एक गांव में आपात लैंडिंग करने को मजबूर हो गया। इस घटना के बाद सभी सवार यात्री, जिनमें चुनाव आयुक्त भी शामिल हैं, सुरक्षित हैं।
बदले मौसम ने किया हेलीकॉप्टर को मजबूर
जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर मिलम ग्लेशियर की ओर जा रहा था और इसने दोपहर लगभग 1 बजे उड़ान भरी थी। पिथौरागढ़ के जिला मजिस्ट्रेट विनोद गिरिश गोस्वामी ने बताया कि बाद में बादलों और कम दृश्यता के कारण, यह हेलीकॉप्टर रालम गांव में लगभग 1:30 बजे आपातकालीन लैंडिंग करने पर मजबूर हो गया।
सभी यात्री सुरक्षित, प्रशासन ने दिया आश्वासन
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महार और पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने पुष्टि की है कि सभी सवार यात्री सुरक्षित हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया, "मैंने CEC से दो बार बात की है। वे सभी सुरक्षित हैं। अगर मौसम साफ होता है, तो उन्हें मुनस्यारी वापस लाया जाएगा, अन्यथा वे रालम के पास आईटीबीपी शिविर में रुकेंगे।"
इस हेलीकॉप्टर में उत्तराखंड के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदाड़े सहित तीन अन्य लोग भी सवार थे। भूपेंद्र महार ने कहा कि पायलट ने चतुराई से हेलीकॉप्टर को एक खेत में उतारा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को जानकारी मिलते ही उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और सभी सवार लोगों की सुरक्षा की पुष्टि की।
पुलिस की तत्परता से बनी स्थिति नियंत्रित
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि उन्हें पहले से ही हेलीकॉप्टर के आगमन की सूचना थी, इसलिए उनकी टीम पहले से ही मौके पर मौजूद थी। इससे प्रशासनिक व्यवस्थाएं समय पर लागू की जा सकीं और किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सका।
विज्ञप्ति और प्रशासनिक सूचनाएं
इस घटना के बाद, प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी आवश्यक जांच की और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ। हेलीकॉप्टर की लैंडिंग से उत्पन्न किसी भी प्रकार की आपात स्थिति को नियंत्रित किया गया, जिससे लोगों में कोई चिंता नहीं रही।
बदली परिस्थितियों में प्रशासन की तैयारियां
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि खराब मौसम के चलते किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी कितनी महत्वपूर्ण है। यदि मौसम में सुधार नहीं होता है, तो सवारों को आईटीबीपी कैंप में आराम करने की व्यवस्था की गई है।