बहराइच दंगों में हिंसा की हदें पार: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोले रोंगटे खड़े कर देने वाले राज


के कुमार आहूजा  2024-10-17 08:40:08



 

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में महसी क्षेत्र में दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के बाद 42 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने दिल दहला देने वाले खुलासे किए हैं। रिपोर्ट से पता चला है कि मिश्रा को बेरहमी से प्रताड़ित किया गया, जिसके तहत उन्हें बिजली के झटके दिए गए, चाकू से कई बार मारा गया और फिर 35 गोलियां मारी गईं।

खुलासे जो चौंकाने वाले हैं

राम गोपाल मिश्रा के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने जो खुलासे किए हैं, वे किसी भी इंसान को अंदर तक झकझोर सकते हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि मिश्रा के शरीर पर कई जगह गहरे घाव पाए गए हैं, खासकर उनकी आंखों के पास, जिससे प्रतीत होता है कि हमलावरों ने उनकी आंखें निकालने की भी कोशिश की। उनके पैर के नाखून उखाड़े गए और उन्हें बिजली के झटके देकर प्रताड़ित किया गया, जिससे उनके मस्तिष्क में रक्तस्राव (ब्रेन हैमरेज) हुआ। यही उनके मृत्यु का मुख्य कारण माना गया है। इसके अलावा उनके माथे, सिर और गाल पर चाकू से कई बार वार किया गया।

प्रताड़ना के बाद गोलीबारी

जब राम गोपाल को क्रूरतम प्रताड़ना के बाद भी जीवित पाया गया, तो हमलावरों ने उनके शरीर में 35 गोलियां दाग दीं, जिससे उनके शरीर में गंभीर आंतरिक रक्तस्राव हुआ और उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि गोलीबारी के साथ-साथ बिजली के झटके से हुए नुकसान के कारण उनकी मौत हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त कार्रवाई

इस भीषण घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई की और महसी के क्षेत्राधिकारी (CO) रुपेन्द्र गौर को उनके पद से हटा दिया। उनकी जगह रवि खोखर को रामपुर से स्थानांतरित कर महसी का नया क्षेत्राधिकारी बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे स्थिति पर नियंत्रण रखें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

इस बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम गोपाल के परिजनों से मुलाकात की और परिवार की हर संभव मदद करने के साथ-साथ आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। 

माहौल अभी भी तनावपूर्ण

बहराइच के महराजगंज और महसी इलाकों में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी से अब धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं। हालांकि, अब तक किसी नई हिंसक घटना की सूचना नहीं मिली है, लेकिन बाज़ारों में अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है और सुरक्षा के मद्देनज़र शिक्षण संस्थान बंद हैं। अभी तक इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं की गई हैं, और कई लोग जो दंगे के दौरान अपने घरों से भाग गए थे, वे अब भी लौटने से डर रहे हैं।

आगे की जांच और कदम

पुलिस की विशेष टीम इस जघन्य हत्या की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस हिंसा के पीछे और कौन से मकसद हो सकते हैं। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।


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