हैदराबाद में दिल दहला देने वाली घटना: 7 साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-10-17 08:05:27
हैदराबाद के सुरारम क्षेत्र में दशहरा के दिन एक सात साल की मासूम बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह खौफनाक घटना हालांकि उसी दिन घटित हुई, लेकिन इसका खुलासा मंगलवार को हुआ जब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। यह मामला दिल दहला देने वाला है, क्योंकि हत्या के पीछे के इरादे और साजिश ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।
घटना का विवरण
मामला तब सामने आया जब समिष प्रभाकर (40), जो आदिलाबाद जिले के पटागुडा गांव का निवासी है और पिछले सात महीने से हैदराबाद में मजदूरी कर रहा था, ने अपनी महिला साथी के साथ एक लापता बच्ची की शिकायत दर्ज करवाई। उसी गांव के रहने वाले तिरुपति नामक व्यक्ति ने इस क्रूर कांड को अंजाम दिया, जो प्रभाकर और उसके परिवार से अच्छी तरह परिचित था।
तिरुपति की नीयत महिला पर थी, और उसने इस कृत्य को अंजाम देने की साजिश रची ताकि महिला की बेटियों को "रास्ते से हटाया जा सके"। 12 अक्टूबर की सुबह, तिरुपति महिला की बड़ी बेटी को अपने साथ मोटरसाइकिल पर ले गया और उसे दोपहर 3 बजे तक वापस घर छोड़ दिया। हालांकि, शाम 5 बजे उसने उसे फिर से ले जाने का बहाना बनाया।
हत्या का क्रूर साजिश
तिरुपति बच्ची को अपने साथ लेकर घूमता रहा और जब अंधेरा हुआ, तो वह उसे मेडचल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बसारेगड़ी गांव के पास एक सुनसान स्थान पर ले गया। वहां उसने मासूम को चाकू से गोद कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने बच्ची के शव को बोरी में लपेट कर पास के जंगल में फेंक दिया।
बच्ची के घर न लौटने पर उसकी मां ने उसे खोजने की कोशिश की, तब समिष प्रभाकर ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
इस गंभीर घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया और मामले की जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट हुआ कि तिरुपति ने बच्ची को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाया था। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर बच्ची का शव बरामद कर लिया गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए गांधी अस्पताल भेजा गया।
जांच जारी, अन्य पहलुओं की जांच
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस हत्या के पीछे और भी कोई मकसद छिपा हो सकता है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले के और भी पहलुओं का खुलासा हो सकता है।
यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को भी सामने लाती है।